क्या आप जानते हैं डॉ. कलाबेन पटेल का योगदान?

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क्या आप जानते हैं डॉ. कलाबेन पटेल का योगदान?

सारांश

डॉ. कलाबेन दयाराम भाई पटेल का 100 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वह न केवल एक चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता थीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम, महिला सशक्तिकरण और आध्यात्मिक नेतृत्व की प्रतीक भी। जानें उनके योगदान और विरासत के बारे में।

Key Takeaways

  • डॉ. कलाबेन पटेल का जीवन सेवा और आध्यात्मिकता का प्रतीक था।
  • उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
  • उनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण था।
  • उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • वे एक मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत थीं।

नई दिल्ली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के बारडोली में जन्मी डॉ. कलाबेन दयाराम भाई पटेल (1925-2025) का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह केवल एक चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता नहीं थीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम, महिला सशक्तिकरण और आध्यात्मिक नेतृत्व की एक अद्वितीय मिसाल थीं।

एक कुशल चिकित्सक के रूप में, डॉ. कलाबेन को 'गुजरात की महिला विंग की संरक्षक' के तौर पर उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए पहचाना जाता था, जहाँ उन्होंने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और सशक्तिकरण का समर्थन किया।

सोमवार को, मोदी आर्काइव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस महान व्यक्तित्व की एक तस्वीर साझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

मोदी आर्काइव ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हम बारडोली की निवासी डॉ. कलाबेन दयाराम भाई पटेल (1925-2025) को याद करते हैं। उन्होंने अपना जीवन मानवता की सेवा, मार्गदर्शन और उपचार में समर्पित किया। उन्होंने गुजरात की महिला विंग का नेतृत्व किया और राम मंदिर ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व बड़ी विनम्रता और समर्पण से किया। आज उनका निधन हो गया, लेकिन वे सेवा और अध्यात्म की एक अद्भुत विरासत छोड़ गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार उनसे मुलाकात की।"

उनका नेतृत्व गांधीवादी सिद्धांतों और व्यावहारिक कार्यों का अद्वितीय समन्वय था। उन्होंने महिलाओं को संगठित किया और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और नागरिक सहभागिता के लिए प्रेरित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर डॉ. पटेल से भेंट की और उनके सेवा कार्यों तथा आध्यात्मिक योगदान की सराहना की।

वह राम मंदिर ट्रस्ट से लंबे समय तक जुड़ी रहीं, जहाँ उन्होंने गरिमा और समर्पण के साथ अपनी जिम्मेदारियों का पालन किया। इस भूमिका में उन्होंने आस्था और सेवा के बीच सेतु का निर्माण किया और धार्मिक मूल्यों पर आधारित समावेशी आध्यात्मिक स्थानों की पहल को बढ़ावा दिया।

सोमवार को 100 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। वे अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ गईं, जो उपमा से परे है। जो लोग उन्हें जानते थे, उनके लिए वे एक मार्गदर्शक और माँ जैसी थीं।

Point of View

बल्कि समाज में एक नई चेतना भी जगाई। हम उन्हें सलाम करते हैं और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

डॉ. कलाबेन पटेल कौन थीं?
डॉ. कलाबेन दयाराम भाई पटेल एक प्रसिद्ध चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता संग्राम की प्रतीक थीं।
उनका मुख्य योगदान क्या था?
उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए काम किया और राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े रहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके बारे में क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी सेवा और आध्यात्मिक योगदान की सराहना की।
डॉ. पटेल की शिक्षा का क्या महत्व था?
उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओं को प्रेरित किया और संगठित किया।
उनका निधन कब हुआ?
उनका निधन 100 वर्ष की आयु में 11 अगस्त को हुआ।