क्या मोहम्मद अजहरुद्दीन ने तेलंगाना कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली?

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क्या मोहम्मद अजहरुद्दीन ने तेलंगाना कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली?

सारांश

तेलंगाना के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली है। उनकी नियुक्ति को मुस्लिम समुदाय की ओर कांग्रेस की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। क्या यह दांव सफल होगा?

Key Takeaways

  • मोहम्मद अजहरुद्दीन ने मंत्री के रूप में शपथ ली।
  • उनका मंत्री बनना कांग्रेस की नई रणनीति का हिस्सा है।
  • कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 16 हो गई।
  • भाजपा ने इस नियुक्ति पर आपत्ति जताई है।
  • अजहरुद्दीन की नियुक्ति से मुस्लिम समुदाय में उम्मीदें बढ़ी हैं।

हैदराबाद, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शुक्रवार को तेलंगाना की कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली

राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने राजभवन में एक समारोह के दौरान अजहरुद्दीन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

अजहरुद्दीन ने अल्लाह के नाम पर शपथ ली और अंत में 'जय तेलंगाना' और 'जय हिंद' के नारे लगाए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और अन्य मंत्री, विधानसभा के स्पीकर गद्दम प्रसाद कुमार, विधान परिषद के चेयरमैन जी सुखेन्द्र रेड्डी, और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ भी उपस्थित थे।

अजहरुद्दीन के बेटे मोहम्मद असदुद्दीन भी इस समारोह में शामिल थे, जिन्हें हाल ही में टीपीसीसी का महासचिव नियुक्त किया गया है।

राज्य कैबिनेट ने अगस्त में अजहरुद्दीन को राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद सदस्य के रूप में नॉमिनेट करने का निर्णय लिया था।

उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मिलने की संभावना है।

इससे पहले सांसद रह चुके अजहरुद्दीन वर्तमान में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष और इसकी राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य हैं।

62 साल

अजहरुद्दीन, जो 2023 में अपने गृह क्षेत्र से चुनाव हार गए थे, फिर से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने नवीन यादव को मैदान में उतारने का निर्णय लिया और अजहरुद्दीन को कैबिनेट में स्थान देने का वादा किया।

अजहरुद्दीन के मंत्री बनने के साथ ही राज्य कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 16 हो गई है। वह रेवंत रेड्डी की कैबिनेट में पहले मुस्लिम मंत्री होंगे।

सत्ताधारी पार्टी को लगभग दो साल पहले सत्ता में आने के बाद से मुस्लिम मंत्री न होने के कारण समुदाय के विभिन्न वर्गों की आलोचना का सामना करना पड़ा था।

अजहरुद्दीन समेत कांग्रेस पार्टी के सभी प्रमुख मुस्लिम उम्मीदवार 2023 के विधानसभा चुनावों में हार गए थे।

अजहरुद्दीन को मंत्री बनाए जाने को कांग्रेस पार्टी की मुसलमानों तक पहुंचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जो जुबली हिल्स में मतदाताओं का लगभग 30 प्रतिशत हैं।

दिलचस्प बात यह है कि भाजपा ने चुनाव आयोग से कैबिनेट विस्तार की अनुमति न देने की अपील की थी, क्योंकि अजहरुद्दीन को उपचुनाव में वोटर्स के एक खास ग्रुप को खुश करने के लिए मंत्री बनाया जा रहा है। पार्टी ने इसे मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन बताया है।

कैबिनेट का गठन 7 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और 11 मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ हुआ था।

काफी देरी के बाद, 8 जून को तीन मंत्रियों को शामिल करके कैबिनेट का विस्तार किया गया। हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व ने तीन पद खाली रखे।

राज्य कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 18 मंत्री हो सकते हैं।

अजहरुद्दीन 2009 में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के कुछ महीने बाद उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए थे। कांग्रेस ने उन्हें 2014 में राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर से मैदान में उतारा था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे।

2018 में, उन्हें तेलंगाना कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार किया था, लेकिन पार्टी ने उन्हें न तो विधानसभा और न ही लोकसभा चुनावों में टिकट दिया।

Point of View

यह साफ है कि मोहम्मद अजहरुद्दीन की मंत्री के रूप में नियुक्ति केवल एक राजनीतिक कदम नहीं है, बल्कि यह तेलंगाना में मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। अब देखना यह है कि क्या उनकी नियुक्ति कांग्रेस के लिए चुनावी लाभ लाएगी या नहीं।
NationPress
31/10/2025

Frequently Asked Questions

मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कब शपथ ली?
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 31 अक्टूबर को तेलंगाना कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली।
राज्यपाल ने उन्हें कौन शपथ दिलाई?
राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने अजहरुद्दीन को शपथ दिलाई।
अजहरुद्दीन को किस विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है?
अजहरुद्दीन को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मिलने की संभावना है।
क्या उनकी नियुक्ति कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है?
हां, उनकी नियुक्ति को कांग्रेस की मुस्लिम समुदाय तक पहुंचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
कैबिनेट में मंत्रियों की कुल संख्या कितनी हो गई है?
अजहरुद्दीन के शपथ ग्रहण के साथ राज्य कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 16 हो गई है।