क्या बीजेडी ने ओडिशा में नाबालिग से दुष्कर्म पर कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई?
सारांश
Key Takeaways
- बीजेडी ने दुष्कर्म की घटना की कड़ी निंदा की।
- महिलाओं की सुरक्षा में सरकार की विफलता पर सवाल उठाए गए।
- ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं।
- सरकार को जन सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।
- जन आक्रोश में वृद्धि की चेतावनी दी गई।
भुवनेश्वर, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा में विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने मंगलवार को भुवनेश्वर के धौली क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की हालिया घटना की कड़ी निंदा की। इसके साथ ही बीजेडी ने ओडिशा सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूर्ण विफलता का आरोप लगाया है।
बीजेडी की वरिष्ठ नेता स्नेहांगिनी छुरिया ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा संबंधी उन सभी वादों और दावों को ध्वस्त कर दिया है जो उसने राज्य की सत्ता संभालने के समय किए थे। बीजेडी नेता ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक नाबालिग लड़की के साथ उसके प्रेमी के सामने सामूहिक बलात्कार किया गया, और उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे जघन्य अपराधों में न्याय कहां है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 18 महीनों में ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में चिंताजनक वृद्धि हुई है, जिनमें सामूहिक बलात्कार, नाबालिगों से बलात्कार, हत्या और यहां तक कि पीड़ितों को जलाने जैसे 40,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
हालिया अपराध आंकड़ों का हवाला देते हुए छुरिया ने दावा किया कि राज्य भर में हजारों बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं, जो कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति को दर्शाते हैं।
बीजेडी की वरिष्ठ नेता ने सरकार की प्राथमिकताओं की भी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि जन सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, सत्ताधारी दल योजनाओं के नाम बदलने, राजनीतिक दिखावे और अन्य गैर-जरूरी मामलों में व्यस्त है।
उन्होंने ओडिशा राज्य महिला आयोग (ओएससीडब्ल्यू) की एक सदस्य द्वारा कथित तौर पर की गई टिप्पणियों पर गहरी नाराजगी व्यक्त की, जिसमें माताओं को सलाह दी गई थी कि वे अपनी बेटियों को रात में सुनसान जगहों पर जाने से रोकें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने इसे सरकार की विफलता की स्वीकारोक्ति बताया।
उन्होंने पूछा, "अगर महिलाओं को खुद की सुरक्षा करने के लिए कहा जा रहा है, तो सरकार की क्या भूमिका है?" उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही, तो पूरे ओडिशा में जन आक्रोश और बढ़ जाएगा।