क्या छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मुठभेड़ के बाद एक माओवादी को हिरासत में लिया गया?
सारांश
Key Takeaways
- बीजापुर में पुलिस की सफलता
- माओवादी का हिरासत में लिया जाना
- सुरक्षा बलों का नक्सल विरोधी अभियान
- घायल माओवादी का इलाज
- माओवादी नेटवर्क के बारे में सुराग
रायपुर/बीजापुर, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पुलिस को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई है। पुलिस ने तारलागुड क्षेत्र के अन्नाराम के घने जंगलों में हाल ही में हुई मुठभेड़ के दौरान एक माओवादी को हिरासत में लिया।
छत्तीसगढ़ के अंतरराज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बल लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रहे हैं। इस संदर्भ में, सुरक्षाबलों ने मंगलवार को महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमाओं से सटे जंगलों में माओवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक सघन तलाशी अभियान आरंभ किया। इस दौरान सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ घटित हुई।
मुठभेड़ के दौरान एक माओवादी को गोली लग गई, जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया।
पुलिस बल ने बताया कि घायल माओवादी को कड़ी सुरक्षा में एक सुरक्षित चिकित्सा केंद्र में पहुँचाया गया है, जहाँ उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिया गया व्यक्ति त्रि-जंक्शन क्षेत्र में सक्रिय माओवादी नेटवर्क से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर सकता है।
खुफिया सूत्रों के माध्यम से जानकारी मिली थी कि एक छोटे सशस्त्र कार्यकर्ताओं का समूह अन्नाराम क्षेत्र से गुजर रहा है। इसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान प्रारंभ किया और माओवादियों को घेर लिया।
इस दौरान सुरक्षाबलों ने माओवादियों से आत्मसमर्पण करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। मुठभेड़ में दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें एक माओवादी घायल हुआ, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उसे पकड़ लिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह अभियान सर्दियों से पहले की अवधि में, जब माओवादी अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करते हैं, मुख्य माओवादी क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
अधिकारी ने कहा कि हर कार्रवाई या हिरासत उनके ऑपरेशनल ढांचे को कमजोर करती है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं की पहचान, हथियारों की बरामदगी, और अन्य हताहतों की जानकारी अभियान समाप्त होने के बाद जारी की जाएगी।