क्या बिहार में एनडीए की सरकार बन रही है? एग्जिट पोल के आंकड़े क्या बताते हैं: मनोज कुमार सिंह

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क्या बिहार में एनडीए की सरकार बन रही है? एग्जिट पोल के आंकड़े क्या बताते हैं: मनोज कुमार सिंह

सारांश

बिहार चुनाव के एग्जिट पोल ने एक बार फिर से एनडीए की वापसी की संभावना जताई है। मनोज कुमार सिंह के अनुसार, इस बार महिलाओं का वोट प्रतिशत एनडीए के पक्ष में जा सकता है। जानिए क्या कहते हैं आंकड़े और बिहार की राजनीतिक तस्वीर क्या होगी?

Key Takeaways

  • एनडीए की वापसी की संभावना बढ़ी है।
  • महिलाओं का वोट प्रतिशत महत्वपूर्ण हो सकता है।
  • जन सुराज ने महागठबंधन को नुकसान पहुँचाया।
  • राहुल गांधी की चुनावी उपस्थिति पर सवाल उठे हैं।
  • अंतिम नतीजे १४ नवंबर को आएंगे।

नोएडा, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के दो चरणों में संपन्न मतदान के बाद अब एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ चुके हैं। राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनती नजर आ रही है।

मैटराइज के निदेशक मनोज कुमार सिंह ने राष्ट्र प्रेस के साथ चर्चा करते हुए कहा कि एनडीए और महागठबंधन के बीच यह चुनावी मुकाबला है। इस चुनावी लड़ाई में एक पक्ष सुशासन की बात कर रहा था और दूसरा रोजगार के मुद्दे को उठा रहा था। बिहार की महिलाएं कहीं-न-कहीं एनडीए को लाभ पहुंचा सकती हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि इस बार बिहार में महिलाएं अधिक संख्या में मतदान के लिए घर से निकली थीं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दिखाई दे रही थीं। बिहार में एक नई पार्टी जन सुराज आई है। शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि यह एनडीए और महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव की तारीख करीब आती गई, उनके मतदाता पीछे हटते गए।

मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जन सुराज ने केवल महागठबंधन के वोट प्रतिशत को नुकसान पहुंचाया है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया है और उनकी सरकार बन सकती है। इसमें कोई संदेह नहीं, बिहार में पुनः एनडीए की सरकार आ रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि माना जा रहा था कि राहुल गांधी के एसआईआर मुद्दे को लेकर महागठबंधन को लाभ हो सकता है। लेकिन, एग्जिट पोल में ऐसा कुछ नहीं पाया गया। सीएम नीतीश कुमार की लोकप्रियता, महिला मतदाताओं का समर्थन और पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश के चलते एनडीए ने बेहतर तरीके से आगे बढ़ना जारी रखा।

मनोज कुमार सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी को चुनाव में उपस्थित होना चाहिए था, उस तरह से वह नहीं दिखाई दिए, जिसके कारण महागठबंधन को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, महागठबंधन के भीतर भी आपसी संघर्ष देखने को मिला था।

यह ध्यान देने योग्य है कि ये आंकड़े चुनावी नतीजे नहीं हैं। बिहार में किसकी सरकार बनेगी, यह १४ नवंबर को स्पष्ट होगा।

Point of View

बल्कि राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित कर सकती है। महिलाओं की भागीदारी से यह चुनावी नतीजे काफी दिलचस्प हो सकते हैं।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में चुनाव कब हुए थे?
बिहार में चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए थे, जिनकी तिथियां २८ अक्टूबर और ३ नवंबर थीं।
एनडीए और महागठबंधन में कौन सी पार्टी शामिल हैं?
एनडीए में मुख्यतः जनता दल (यू), भाजपा शामिल हैं, जबकि महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय पार्टियाँ शामिल हैं।
कब तक चुनावी नतीजे घोषित होंगे?
बिहार में चुनावी नतीजे १४ नवंबर को घोषित होंगे।