क्या गरीबों, मिडल क्लास, युवा, किसान और महिलाओं को जीएसटी सुधार से लाभ मिलेगा? : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधार से गरीबों और मध्यम वर्ग को लाभ होगा।
- टैक्स दरों में कमी की गई है।
- आवश्यक वस्तुओं की कीमतें घटेंगी।
- किसानों और महिलाओं को सशक्त किया जाएगा।
- सुधार से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि सोमवार से लागू होने वाले जीएसटी सुधार का लाभ गरीबों, मध्यम वर्ग, न्यू मिडल क्लास, युवाओं, किसानों, महिलाओं, दुकानदारों और उद्यमियों सभी को मिलेगा।
5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दर में बदलाव से स्थानीय निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और सहकारी संघवाद भी मजबूत होगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन का उल्लेख करते हुए कहा, "हमें मिलकर विकास दर बढ़ाने, व्यापार को सरल बनाने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य करना चाहिए। 2017 से सभी राज्यों के सहयोग से ऐसा बड़ा कर सुधार लागू करना संभव हुआ।"
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि नेक्स्ट जेन जीएसटी की शुरुआत और जीएसटी बचत उत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में कई महत्वपूर्ण संदेश थे।
उन्होंने लिखा, "नेक्स्ट जेन जीएसटी एक जन-केंद्रित सुधार है।"
उनके अनुसार, जीएसटी सुधारों के कारण लोगों पर टैक्स का बोझ कम हुआ है।
अब 12 प्रतिशत और 18 प्रतिशत टैक्स वाली अधिकांश वस्तुएं 5 प्रतिशत के निचले ब्रैकेट में आ गई हैं। कुछ आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स शून्य कर दिया गया है। इस सुधार से 1.4 अरब भारतीयों को बड़ा लाभ होगा।
इसके अतिरिक्त, सिगरेट, तंबाकू, पान मसाला, सॉफ्ट ड्रिंक और महंगी लग्जरी कारों जैसी हानिकारक वस्तुओं पर 40 प्रतिशत का विशेष टैक्स लगाया गया है।
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों वाली जीएसटी काउंसिल ने सर्वसम्मति से इन सुधारों को मंजूरी दी।
केंद्र सरकार को उम्मीद है कि सरल संरचना से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें तुरंत कम होंगी, खपत बढ़ेगी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
देश की वर्तमान जरूरतों और भविष्य के सपनों को ध्यान में रखते हुए जीएसटी के नए सुधार लागू किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, नवरात्रि का पहला दिन जीएसटी बचत उत्सव के रूप में विशेष होगा। इस उत्सव में नागरिकों की बचत बढ़ेगी और वे अपनी पसंदीदा वस्तुएं आसानी से खरीद सकेंगे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "त्योहारों के इस मौसम में सभी का मुंह मीठा होगा। ये सुधार भारत की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाएंगे। 12 प्रतिशत जीएसटी रेट वाली वस्तुओं में से 99 प्रतिशत अब 5 प्रतिशत रेट के दायरे में आ गई हैं।"