क्या भारतीय चावल निर्यातकों का प्रतिनिधिमंडल फिलीपींस की यात्रा करेगा?

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क्या भारतीय चावल निर्यातकों का प्रतिनिधिमंडल फिलीपींस की यात्रा करेगा?

सारांश

भारतीय चावल निर्यातकों का प्रतिनिधिमंडल फिलीपींस का दौरा करेगा, जहां खाद्य आयात नियमों में ढील दी गई है। यह कदम भारतीय किसानों की आय में वृद्धि और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने में सहायक होगा।

Key Takeaways

  • भारतीय चावल निर्यातकों का प्रतिनिधिमंडल फिलीपींस का दौरा करेगा।
  • बासमती चावल के आयात पर प्रतिबंध हटाया गया है।
  • फिलीपींस ने भारत से खाद्य पदार्थों का आयात बढ़ाने पर सहमति जताई है।
  • यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा।
  • भारत ने 2024 में फिलीपींस को 413 मिलियन डॉलर के कृषि उत्पादों का निर्यात किया।

नई दिल्ली, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय चावल निर्यातकों का एक प्रतिनिधिमंडल अगले महीने फिलीपींस का दौरा करने जा रहा है। फिलीपींस ने भारत से खाद्यान्न आयात नियमों में ढील दी है, जिसका उद्देश्य भारत से निर्यात को बढ़ावा देना है।

फिलीपींस ने बासमती चावल के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने पर सहमति जताई है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस कदम से भारत से उच्च गुणवत्ता वाले चावल के निर्यात में महत्वपूर्ण वृद्धि की उम्मीद है, जिससे भारतीय किसानों की आय भी बढ़ेगी।

कृषि सचिव फ्रांसिस्को पी. तियु लॉरेल जूनियर के नेतृत्व में फिलीपींस का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने की शुरुआत में भारत आया था। उन्होंने भारतीय कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) और भारतीय चावल निर्यातक संघ के अधिकारियों से चर्चा की।

इस बैठक में, फिलीपींस ने भारत से कई आवश्यक खाद्य पदार्थों का आयात बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इसमें चावल, भैंस का मांस, सब्जियां, फल और मूंगफली जैसे अन्य खाद्य पदार्थ शामिल हैं। इस निर्णय से फिलीपींस को अपनी खाद्य आपूर्ति को विभिन्न देशों से पूरा करने में मदद मिलेगी, खासकर जब वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बनी हुई है।

ये बैठकें यह सुनिश्चित करती हैं कि भारत से बासमती चावल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध हटाए जाएंगे। यह समझौता भारत-फिलीपींस संबंधों में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है और दोनों देशों की कृषि, व्यापार और आर्थिक विकास में सहयोग की इच्छा को दर्शाता है।

भू-राजनीतिक परिवर्तनों के चलते वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में अनिश्चितता के दौर में, ऐसी साझेदारियां और भी महत्वपूर्ण होती जा रही हैं। फिलीपींस का लक्ष्य चीनी उत्पादों पर निर्भरता कम करना, खाद्य सुरक्षा को बढ़ाना और भारत-फिलीपींस के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को प्रोत्साहित करना है। यह समझौता दोनों देशों के बीच खाद्य सुरक्षा, आर्थिक विकास और विविध व्यापार के लिए लाभकारी साबित होगा।

भारत ने 2024 में फिलीपींस को 413 मिलियन डॉलर मूल्य के कृषि उत्पादों का निर्यात किया, जो फिलीपींस के कुल कृषि आयात का मात्र 2 प्रतिशत है।

द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के प्रयासों के तहत, फिलीपींस के खाद्य आयातकों का एक प्रतिनिधिमंडल 25-28 सितंबर तक भारत के सबसे बड़े खाद्य व्यापार मेले 'वर्ल्ड फ़ूड इंडिया' और 30-31 अक्टूबर को होने वाले अंतरराष्ट्रीय चावल सम्मेलन में भाग लेने के लिए भी आएगा।

Point of View

यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
NationPress
01/09/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय चावल निर्यातकों का प्रतिनिधिमंडल कब फिलीपींस जाएगा?
प्रतिनिधिमंडल अगले महीने फिलीपींस का दौरा करेगा।
फिलीपींस ने भारत से किस खाद्य पदार्थ के आयात पर प्रतिबंध हटाया है?
फिलीपींस ने बासमती चावल के आयात पर प्रतिबंध हटाया है।
इस समझौते से भारतीय किसानों को क्या लाभ होगा?
इस समझौते से भारतीय किसानों की आय में वृद्धि होने की उम्मीद है।
फिलीपींस का खाद्य सुरक्षा के लिए क्या लक्ष्य है?
फिलीपींस का लक्ष्य खाद्य सुरक्षा बढ़ाना और चीनी उत्पादों पर निर्भरता कम करना है।
भारत ने 2024 में फिलीपींस को कितना कृषि उत्पाद निर्यात किया?
भारत ने 2024 में फिलीपींस को 413 मिलियन डॉलर मूल्य के कृषि उत्पादों का निर्यात किया।