क्या गल्फ एयरस्पेस बंद होने का असर है? चेन्नई से आने-जाने वालीं 11 उड़ानें रद्द

सारांश
Key Takeaways
- मध्य पूर्व में तनाव के कारण हवाई यात्रा प्रभावित हुई है।
- 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गई हैं।
- यात्रियों को एयरलाइंस से अपडेट लेने की सलाह दी गई है।
- स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
- सुरक्षा कारणों से हवाई क्षेत्र बंद किया गया है।
चेन्नई, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। कतर, यूएई और बहरीन के हवाई क्षेत्र के बंद होने के परिणामस्वरूप चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ानें रद्द की गई हैं।
ईरान के अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमलों और अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों ने हवाई यात्रा पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। मंगलवार को, चेन्नई हवाई अड्डे पर 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें 6 प्रस्थान (डिपार्चर) और 5 आगमन (अराइवल) शामिल हैं।
इन रद्द उड़ानों में कुवैत, मस्कट, अबू धाबी (2) और दोहा (2) की उड़ानें शामिल थीं, जो इंडिगो और कतर एयरवेज द्वारा संचालित थीं। इसके अलावा, दोहा (2), कुवैत (2) और अबू धाबी से आने वाली कतर एयरवेज, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें भी रद्द की गई हैं।
एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि यदि क्षेत्रीय तनाव बढ़ता रहा, तो उड़ानों को और भी रद्द किया जा सकता है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे प्रभावित देशों की यात्रा से पहले अपनी एयरलाइंस से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें।
इसके अतिरिक्त, थाईलैंड से दोहा जा रही कतर एयरवेज की तीन उड़ानें कतर के हवाई क्षेत्र में प्रवेश न मिलने के कारण मंगलवार तड़के 2 बजे चेन्नई में उतरने को विवश हुईं।
लंदन, दुबई, बहरीन, अबू धाबी, शारजाह और सिंगापुर जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ानों को हवाई क्षेत्र में प्रतिबंधों के कारण देरी का सामना करना पड़ा है।
ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव और अमेरिकी हवाई हमलों के चलते सुरक्षा कारणों से हवाई क्षेत्र बंद किए गए हैं।
तनाव बढ़ने और उड़ान मार्गों के प्रभावित होने के चलते चेन्नई हवाई अड्डा उच्च सतर्कता पर है और स्थिति पर नजर रख रहा है। यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए एयरलाइंस और नियामक एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है।