क्या ऋषभ पंत को आईसीसी ने फटकार लगाई? जानिए उनके गलत फैसले के बारे में

सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत को आईसीसी द्वारा फटकार दी गई।
- उन्होंने दोनों पारियों में शतक बनाए।
- अंपायर के निर्णय पर असहमति जताना उनकी गलती थी।
- लेवल-1 उल्लंघन के लिए पंट को एक डिमेरिट प्वाइंट मिला।
- पंत ने अपनी गलती स्वीकार की है।
लीड्स, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में चल रहे पहले टेस्ट में विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को आईसीसी आचार संहिता के लेवल-1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें आधिकारिक फटकार सुनाई गई है। इस पर आईसीसी ने मंगलवार को जानकारी दी।
ऋषभ पंत ने पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शानदार शतक लगाए। उन्होंने पहली पारी में १३४ और दूसरी पारी में ११८ रन बनाकर सभी का ध्यान खींचा। लेकिन इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान एक बड़ी गलती कर बैठे।
तीसरे दिन, इंग्लैंड की पारी के ६१वें ओवर में अंपायर ने गेंद की स्थिति को जांचने के बाद उसे बदलने से मना कर दिया। इस पर पंत ने गुस्से में आकर गेंद को जमीन पर पटका। इसी कारण उन्हें फटकार का सामना करना पड़ा।
ऋषभ पंत को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद २.८ के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के निर्णय पर असहमति जताने से संबंधित है।
इस उल्लंघन के चलते पंत के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट प्वाइंट जोड़ा गया है। यह उनके लिए पिछले २४ महीनों में पहला अपराध है। ऋषभ पंत ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है, इसलिए कोई अनुशासनात्मक सुनवाई नहीं हुई।
मैदानी अंपायर क्रिस गैफनी और पॉल रीफेल के साथ ही तीसरे अंपायर शारफुद्दौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर माइक बर्न्स ने पंत पर यह आरोप लगाया।
लेवल 1 उल्लंघन का न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार है, जबकि अधिकतम दंड में खिलाड़ी की मैच फीस का ५० प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक शामिल हैं।
लीड्स टेस्ट के इस मुकाबले में दोनों टीमों के बीच बराबरी का खेल चल रहा है। मेजबान टीम को जीत के लिए पांचवें दिन ३५० रन की जरूरत है, जबकि उनके सभी १० विकेट सुरक्षित हैं। भारत को तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से उम्मीदें हैं, जिन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए थे।