क्या भारत की ऊर्जा यात्रा एक नए युग में प्रवेश कर रही है? : हरदीप सिंह पुरी

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क्या भारत की ऊर्जा यात्रा एक नए युग में प्रवेश कर रही है? : हरदीप सिंह पुरी

सारांश

भारत की ऊर्जा यात्रा एक नए युग में कदम रख रही है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि मिशन अन्वेषण के तहत देशभर में सिस्मिक मैपिंग की जा रही है, जिससे भारत को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।

Key Takeaways

  • भारत की ऊर्जा यात्रा एक नए युग में प्रवेश कर रही है।
  • मिशन अन्वेषण के तहत 20 हजार किलोमीटर से अधिक की मैपिंग हो रही है।
  • भारत की 80 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतें अभी भी ऑयल और गैस पर निर्भर हैं।
  • नए ऑयल और गैस फील्ड्स की खोज से भारत आत्मनिर्भर बनेगा।
  • प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऊर्जा में आत्मनिर्भरता के लिए प्रयास हो रहे हैं।

नई दिल्ली, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस) । केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि भारत की ऊर्जा यात्रा एक नए युग में प्रवेश कर रही है।

केंद्रीय मंत्री पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में लिखा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में मिशन अन्वेषण भारत के इतिहास में एक सबसे बड़ा सिस्मिक मैपिंग प्रोग्राम बन गया है, जिसे बीते वर्ष अक्टूबर में 792 करोड़ रुपए के निवेश से लॉन्च किया गया था।"

उन्होंने एक वीडियो शेयर कर जानकारी दी कि कई दशकों से हम अपनी अधिकतर जरूरतों के लिए ऑयल और गैस पर निर्भर रहे हैं। यहां तक कि आज भी इनसे हमारी ऊर्जा की 80 प्रतिशत जरूरत पूरी हो रही है।

उन्होंने बताया कि दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में हमारी मांग समय के साथ लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसी के साथ अनुमान है कि अगले दो दशकों में ग्लोबल एनर्जी डिमांड ग्रोथ में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी भारत की ओर से दर्ज की जाएगी और इस फ्यूचर के निर्माण के लिए ही भारत अपने आंतरिक बदलावों पर ध्यान दे रहा है।

हम अपनी ही जमीन और समुद्र के नीचे छिपी दौलत की ओर ध्यान दे रहे हैं और यही मिशन अन्वेषण की भावना है।

इस मिशन को लेकर आगे जानकारी देते हुए वीडियो में बताया गया है कि मिशन का उद्देश्य देश भर में 20 हजार ग्राउंड लाइन किलोमीटर्स से अधिक की मैपिंग करना है।

उन्होंने मिशन की प्रगति को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कुल 8000 ग्राउंड-लाइन किलोमीटर्स का सर्वेक्षण किया जा चुका है।

वीडियो में दी गई जानकारी के अनुसार, राजस्थान के रेगिस्तान से लेकर कृष्णा-गोदावरी बेसिन की गहराइयों तक सात सेडिमेंट्री बेसिन की सबसे एडवांस्ड सिस्मिक टेक्नोलॉजी से स्टडी की जा रही है। इसी के साथ हमारे अंडरग्राउंड रिजर्व की कहानी कैप्चर, प्रोसेस और इंटरप्रेट की जा रही है।

केंद्रीय मंत्री पुरी के अनुसार, नए ऑयल और गैस फील्ड्स को खोजने, घरेलू उत्पादन को मजबूत बनाने, महंगे आयात पर से निर्भरता कम करने और भारत को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने के साथ हमारा लक्ष्य स्पष्ट और शक्तिशाली है।

Point of View

बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी।
NationPress
04/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत की ऊर्जा यात्रा में क्या नया है?
भारत की ऊर्जा यात्रा अब एक नए युग में प्रवेश कर रही है, जिसमें मिशन अन्वेषण के तहत सिस्मिक मैपिंग की जा रही है।
मिशन अन्वेषण का उद्देश्य क्या है?
मिशन अन्वेषण का उद्देश्य देशभर में 20 हजार ग्राउंड लाइन किलोमीटर से अधिक की मैपिंग करना है।
भारत की ऊर्जा की वर्तमान स्थिति क्या है?
भारत की ऊर्जा की 80 प्रतिशत जरूरतें अभी भी ऑयल और गैस पर निर्भर हैं।
इस मिशन से भारत को क्या लाभ होगा?
इस मिशन से भारत को नए ऑयल और गैस फील्ड्स खोजने, घरेलू उत्पादन को मजबूत करने और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
क्या भारत ऊर्जा में आत्मनिर्भर हो पाएगा?
जी हां, इस मिशन के माध्यम से भारत ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।