क्या भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता अंतिम चरण में है? पीयूष गोयल 27-28 अक्टूबर को ब्रुसेल्स जाएंगे

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क्या भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता अंतिम चरण में है? पीयूष गोयल 27-28 अक्टूबर को ब्रुसेल्स जाएंगे

सारांश

भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता के महत्वपूर्ण चरण में, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ब्रुसेल्स का दौरा करेंगे। क्या यह यात्रा व्यापार संबंधों में नई दिशा लाएगी? जानिए इस यात्रा का महत्व और अपेक्षित परिणाम।

Key Takeaways

  • भारत-यूरोपीय संघ वार्ता में नई गति आई है।
  • ब्रुसेल्स यात्रा व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का अवसर है।
  • बातचीत में बाजार पहुंच, गैर-शुल्क उपाय और नियामक सहयोग शामिल होंगे।
  • यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करेगी।
  • ब्रुसेल्स में द्विपक्षीय बैठक भी होगी।

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर चल रही वार्ता एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। इस अवसर पर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 27-28 अक्टूबर को ब्रुसेल्स, बेल्जियम की यात्रा करेंगे।

ब्रुसेल्स में, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और यूरोपीय संघ के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं व्यापार आयुक्त मारोस सेफ्कोविक के बीच उच्च स्तरीय चर्चाएं होंगी। दोनों पक्षों ने एक व्यापक, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को जल्दी से अंतिम रूप देने के प्रयासों को तेज कर दिया है।

यूरोपीय संघ भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसमें भारत के साथ संबंधों और समझौतों को गहरा करने की दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है।

वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "इस महीने की शुरुआत में हुई 14वें दौर की वार्ता से मिली गति को आगे बढ़ाते हुए, मंत्री की यात्रा का उद्देश्य वार्ता को रणनीतिक दिशा और राजनीतिक गति प्रदान करना है।"

मंत्रालय के अनुसार, प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते के मुख्य क्षेत्रों जैसे बाजार पहुंच, गैर-शुल्क उपाय और नियामक सहयोग पर चर्चा होने की उम्मीद है। यह यात्रा अब तक की प्रगति की समीक्षा करने में भी सहायक होगी और आगे समन्वय की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान करेगी।

ब्रुसेल्स में पीयूष गोयल के कार्यक्रमों में आयुक्त सेफ्कोविक के साथ एक द्विपक्षीय बैठक और उसके बाद एक डिनर शामिल होगा। डिनर के दौरान दोनों नेताओं द्वारा भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की साझा महत्वाकांक्षा की पुष्टि किए जाने की संभावना है।

यह यात्रा इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के बीच हुई बैठक के बाद भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी में नई रणनीतिक गहराई की पृष्ठभूमि में हो रही है।

दोनों नेताओं ने भविष्य के लिए तैयार व्यापार संबंधों के महत्व पर जोर दिया, जो दोनों पक्षों में समृद्धि, स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा देते हैं।

मंत्रालय के अनुसार, मंत्री की ब्रुसेल्स यात्रा इस साझा दृष्टिकोण को ठोस परिणामों में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Point of View

यह यात्रा न केवल व्यापार संबंधों को मजबूत करने का अवसर है, बल्कि यह भारत और यूरोपीय संघ के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों पक्षों को इस अवसर का लाभ उठाते हुए एक स्थायी और लाभकारी संबंध स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
NationPress
26/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता का उद्देश्य क्या है?
इस वार्ता का उद्देश्य एक व्यापक, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना है।
पीयूष गोयल की ब्रुसेल्स यात्रा का महत्व क्या है?
यह यात्रा व्यापार वार्ता को गति प्रदान करने और रणनीतिक दिशा तय करने में सहायक होगी।
यूरोपीय संघ भारत का कौन सा प्रमुख व्यापारिक साझेदार है?
यूरोपीय संघ भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है।