क्या 5 करोड़ रुपए मूल्य के 30,000 चीनी पटाखे जब्त हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- 30,000 अवैध चीनी पटाखे जब्त किए गए हैं।
- तस्करी के खिलाफ डीआरआई का सफल अभियान।
- आयातक के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे।
मुंबई, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्व खुफिया विभाग (डीआरआई) ने चीन से आने वाले पटाखों और आतिशबाजी की अवैध तस्करी का एक और बड़ा मामला उजागर किया है। सोमवार को इसकी जानकारी दी गई। डीआरआई की टीम ने इस तस्करी को सफलतापूर्वक रोका और यह अब तक का एक और सफल अभियान साबित हुआ है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, पटाखों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे 'फायर ट्रेल' अभियान के तहत डीआरआई ने मुंद्रा बंदरगाह पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की।
इस अभियान के दौरान, डीआरआई अधिकारियों ने एक 40 फुट लंबे कंटेनर को पकड़ा, जिसमें 'पानी का गिलास' और 'फूलदान' होने का दावा किया गया था। लेकिन जांच में पानी के गिलास के सेट के पीछे 30,000 छिपे हुए पटाखे मिले।
डीआरआई ने बताया कि आयातक के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे और उसने यह स्वीकार किया कि यह तस्करी आर्थिक लाभ के लिए की गई थी।
इससे पहले, अक्टूबर महीने में, डीआरआई ने मुंबई और तूतीकोरिन में चीनी पटाखों के अवैध आयात के प्रयासों को विफल कर दिया था। इस महीने में, डीआरआई ने लगभग 16 करोड़ रुपये मूल्य के अवैध पटाखे जब्त किए।
मंत्रालय के अनुसार, विदेश व्यापार नीति के आईटीसी (एचएस) वर्गीकरण के तहत पटाखों का आयात 'प्रतिबंधित' है और इसके लिए विस्फोटक नियम, 2008 के तहत वैध लाइसेंस की आवश्यकता होती है।
डीआरआई ने कहा, "ऐसे खतरनाक सामान की गैरकानूनी तस्करी से लोगों की जान को खतरा है। देश की सुरक्षा, बंदरगाह, जहाज और पूरे व्यापार को बड़ा नुकसान हो सकता है। हम तस्करों के बड़े-बड़े नेटवर्क को ढूंढेंगे और खत्म करेंगे। खतरनाक तस्करी से लोगों को बचाएंगे। देश के व्यापार और सुरक्षा को मजबूत रखने के अपने काम पर डटे रहेंगे।"