क्या महबूबा मुफ्ती का बयान देश की भावना के खिलाफ है? अनिल विज का पलटवार
सारांश
Key Takeaways
- महबूबा मुफ्ती का बयान विवादों में है।
- अनिल विज ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- राजनीतिक हलचलें बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी से राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। भाजपा नीत एनडीए के नेता उनके बयान का कड़ा विरोध कर रहे हैं। हरियाणा के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अनिल विज ने कहा कि महबूबा मुफ्ती पूरी तरह से देश की भावना के विरुद्ध बोल रही हैं।
महबूबा मुफ्ती के विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री अनिल विज ने कहा, "यदि महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका 'कश्मीर की आवाज' की अभिव्यक्ति था, तो वह आतंकवाद का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने पहले भी आतंकवाद का समर्थन किया है। वास्तव में, वह 'आतंकवादियों की मां' के समान हैं।
मंत्री अनिल विज ने आगे कहा, "यदि आप इतनी बड़ी घटना को 'कश्मीर की आवाज' कह रहे हैं, तो इसका आशय यह है कि आप 'कश्मीर की आवाज' उठाने के लिए देश में जगह-जगह विस्फोट करेंगे?"
एनडीए में शामिल जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "महबूबा मुफ्ती एक प्रमुख नेता हैं। वह न केवल जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री थीं, बल्कि वे सबसे पहले एक भारतीय नागरिक हैं और भारत की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। महबूबा मुफ्ती भी इसे नजरअंदाज नहीं कर सकतीं।"
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की देश-विरोधी गतिविधियां हो रही हैं, उस पर इस तरह के तंज, लोग किसी न किसी तरह से ऐसे राजनेताओं के लिए लोकतंत्र के दरवाजे बंद कर देते हैं।
इससे पहले, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की थी। इसी बीच, उन्होंने दिल्ली कार ब्लास्ट को लेकर विवादास्पद बयान दिया।
उन्होंने अपने बयान में कहा, "आपने दुनिया को बताया कि कश्मीर में सब कुछ ठीक है, लेकिन कश्मीर की समस्याएं लाल किले के सामने गूंज रही हैं। आपने जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित बनाने का वादा किया था, लेकिन उस वादे को पूरा करने के बजाय, आपकी नीतियों ने दिल्ली को असुरक्षित बना दिया है।"