क्या मध्य प्रदेश में खाई में ट्रैक्टर-ट्रॉली के गिरने से दो बच्चों समेत तीन की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रैक्टर ट्रॉली के ओवरलोडिंग का खतरा
- सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार की आवश्यकता
- घायलों को समय पर चिकित्सा सहायता मिलना
- स्थानीय प्रशासन की भूमिका
- दुर्घटनाओं के कारणों की जांच
झाबुआ, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के सेमलखेड़ी पारा गांव में रविवार रात एक भयानक दुर्घटना ने दीपावली के जश्न को उदासीन बना दिया, जब एक ट्रैक्टर ट्रॉली दत्या घाटी की गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई और 22 लोग घायल हो गए।
यह दुर्घटना उस समय हुई जब ग्रामीण स्थानीय साप्ताहिक 'हाट' बाजार से दीपावली की खरीदारी करके घर लौट रहे थे। मृतकों में गांव के दो बच्चे भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, ट्रैक्टर ट्रॉली के चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिससे वह सड़क से उतरकर खाई में गिर गई और सवार यात्रियों को गंभीर चोटें आईं।
मृतकों की पहचान सेपू सिंह डिंडोर (25), कमलेश डिंडोर (8) और अनिल डिंडोर (12) के रूप में हुई है, जो सभी स्थानीय निवासी थे।
दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें बेहतर इलाज के लिए गुजरात के दाहोद ले जाया गया, जबकि शेष 20 घायलों का इलाज झाबुआ जिले के सामुदायिक अस्पतालों में चल रहा है।
घायलों को मामूली चोटों से लेकर गंभीर फ्रैक्चर तक हुए हैं और अंधेरे और दुर्गम इलाके के कारण बचाव कार्य में बाधा आई।
घायलों की पहचान सुनीता डिंडोर, वित्या डिंडोर, भंवर डिंडोर, नज़मा, भागला, शिवानी, अशोक, विष्णु, आशीष, रजनी, सना, देवक सिंह, रघु, लीला रश्मि, सपना, बान सिंह, नजबाई, रंजीत, मनीषा, कामना और करण के रूप में हुई है।
स्थानीय अधिकारियों ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हादसा ओवरलोडिंग और चालक की लापरवाही के कारण हुआ हो सकता है।
जिला अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को राज्य आपदा राहत योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता सहित सहायता का आश्वासन दिया।