क्या उदयपुर गैंगरेप केस में सीईओ समेत तीन आरोपी गिरफ्तार हो गए?
सारांश
Key Takeaways
- तीन आरोपी, जिनमें कंपनी का सीईओ भी शामिल है, गिरफ्तार हुए हैं।
- घटना एक पार्टी के दौरान हुई थी।
- पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की है।
जयपुर, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक प्राइवेट आईटी कंपनी की महिला मैनेजर के साथ हुए गैंगरेप मामले में एक नई जानकारी सामने आई है। सीईओ सहित तीन आरोपियों को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि आरोपियों को बुधवार की रात को गिरफ्तार किया गया था। गुरुवार को छुट्टी होने के कारण उन्हें शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहाँ तीनों को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस ने बताया कि यह घटना उदयपुर के शोभागपुरा क्षेत्र के एक होटल में 20 दिसंबर को हुई पार्टी से संबंधित है। यह पार्टी कंपनी के सीईओ के जन्मदिन और नववर्ष के जश्न के अवसर पर आयोजित की गई थी।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता रात करीब 9 बजे होटल पहुँची थी। पार्टी में कंपनी के सीईओ, एक महिला चीफ एग्जीक्यूटिव, और उनके पति शामिल थे। पार्टी देर रात तक चली, जिसमें शराब का सेवन भी किया गया। पार्टी के समाप्त होने के बाद आरोपी ने कथित रूप से महिला को कार में बिठाया। कार में पहले से ही महिला चीफ एग्जीक्यूटिव और उनके पति मौजूद थे। आरोप है कि आरोपी लगभग तीन घंटे तक पीड़िता को शहर में घुमाते रहे।
पुलिस ने आगे बताया कि सीईओ और महिला चीफ एग्जीक्यूटिव के पति ने चलती गाड़ी में ही पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस से संपर्क किया और घटना की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद पीड़िता का मेडिकल कराया गया, जिसमें कथित रूप से आरोपों की पुष्टि हुई।
एसपी गोयल ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में महिला के शरीर के विभिन्न हिस्सों पर चोटों के निशान हैं, जो पीड़िता के बयान का समर्थन करते हैं।
इस सबूत के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेज की और कंपनी के सीईओ सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधुरी वर्मा इस मामले की जांच का मॉनिटरिंग कर रही हैं और घटनाक्रम का पता लगाने और आगे के सबूत जुटाने के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में और भी जानकारियां सामने आ सकती हैं।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले को गंभीरता और संवेदनशीलता से निपटा जा रहा है और जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।