क्या हुसैन दलवई ने चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- हुसैन दलवई ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- वोट चोरी का मुद्दा लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
- भाजपा पर राजनीतिक लाभ उठाने के आरोप।
- लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाने की आवश्यकता है।
- कांग्रेस और अन्य दलों का एकजुट होना महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र चुनाव आयोग ने महानगर पालिका परिषद के चुनाव की तारीखों की घोषणा की है, जिस पर कांग्रेस के नेता हुसैन दलवई ने कहा है कि चाहे चुनाव स्थानीय हो या अन्य, हम हर चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने मंगलवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि चुनाव की तारीखों की घोषणा जिस समय की गई है, वह पूरी तरह से अनुचित है। वर्तमान में चुनाव से संबंधित कई प्रकार की विसंगतियां हो रही हैं, जिन्हें किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने जानबूझकर सत्तारूढ़ दल को राजनीतिक फायदा देने के लिए तारीखों की घोषणा की है, जो एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है।
हुसैन दलवई ने वोट चोरी को एक वास्तविक समस्या बताते हुए कहा कि यह मुद्दा बिल्कुल सही है। कई बार लोकसभा में हमारे नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाया है। यह लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में वोटों की चोरी हो रही है, और भाजपा इस स्थिति का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है। हम इस स्थिति को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उधर, उमर अब्दुल्ला के बयान पर हुसैन दलवई ने कहा कि राहुल गांधी लगातार वोट चोरी का मुद्दा उठा रहे हैं और इस संदर्भ में इंडिया गठबंधन के कई नेता भी शामिल हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार स्पष्ट किए हैं।
उन्होंने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र के सिद्धांतों पर विश्वास नहीं करती है और यह फासीवादी सरकार है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। आज देश में खौफ का माहौल है और हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते।