क्या 'आई लव मोहम्मद' विवाद पर अबू आजमी ने योगी आदित्यनाथ से पुलिस को दी छूट वापस लेने की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- अबू आजमी ने 'आई लव मोहम्मद' विवाद पर सरकार की निंदा की।
- अधिकारों के हनन के खिलाफ आवाज उठाई।
- पुलिस के लाठीचार्ज की आलोचना की।
- नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान की घोषणा की।
- भारत-पाकिस्तान मैच पर अपनी चिंताएं व्यक्त की।
मुंबई, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। इसके साथ ही उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार और पुलिस पर तीखा हमला किया।
अबू आजमी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को रोकने की मांग उठाई गई थी, फिर भी भारत ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेला।
उनका मानना है कि जिस तरह से पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने हमारे निर्दोष लोगों की हत्या की, ऐसे में हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच कैसे खेल सकते हैं? इसीलिए मैच से प्राप्त होने वाली आय को उन परिजनों को दिया जाना चाहिए, जो आतंकवाद से प्रभावित हैं, ताकि कुछ हद तक उनके दर्द को कम किया जा सके।
सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि उन्हें महसूस होता है कि इस देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है। संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है, जो बेहद गलत है।
बरेली विवाद पर उन्होंने कहा कि कानपुर में गलत तरीके से एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद इसके खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अगर बरेली में कुछ गलत हुआ था तो मामला दर्ज होना चाहिए था। पुलिस के लाठीचार्ज की निंदा की जानी चाहिए।
ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर मुस्लिम समुदाय ने 'आई लव मोहम्मद'एफआईआर दर्ज कर दी गई। आजमी ने इसे गलत ठहराते हुए कहा कि इससे लोगों में आक्रोश फैला और पूरे देश में प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं।
आजमी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस को यह स्वीकार करना चाहिए कि कानपुर में जो हुआ, वह गलत था। इस मामले को समाप्त करना चाहिए।
उन्होंने बरेली में पुलिस के लाठीचार्ज की भी आलोचना की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुलिस को दी गई छूट वापस लेने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में नशे के खिलाफ अभियान चलाने की बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रही है। उन्होंने बताया कि हम 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर अपने क्षेत्र में एक रैली निकालेंगे और लोगों से नशे के खिलाफ एकजुट होने की अपील करेंगे।