आईएएनएस-मैटराइज सर्वे : क्या बिहार में सरकार के 20 वर्षों का ग्राफ सकारात्मक रहा है और जनता की नीतीश के प्रति राय क्या है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें 6 और 11 नवंबर हैं।
- 42 प्रतिशत लोग नीतीश कुमार के कामकाज से संतुष्ट हैं।
- सर्वे में नीतीश कुमार की छवि अभी भी मजबूत है।
- 72 प्रतिशत जनता ने कानून व्यवस्था को बेहतर बताया।
- इंडी गठबंधन को हार की संभावना है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान सोमवार को किया गया। चुनाव आयोग ने बताया कि बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को मतदान किया जाएगा। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे के आंकड़े भी सामने आए हैं। इस सर्वे में बिहार की जनता से उनके पसंदीदा गठबंधन, किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, और मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पसंद के बारे में पूछा गया है। जनता द्वारा दिए गए उत्तरों के आधार पर सर्वे के आंकड़े तैयार किए गए हैं।
इस सर्वे में बिहार में एक बार फिर एनडीए के जीतने की संभावना व्यक्त की गई है। दूसरी ओर, इंडी गठबंधन को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ सकता है, ऐसा प्रतीत हो रहा है।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के सर्वे में नीतीश सरकार के कार्यों से कितने लोग संतुष्ट हैं, इस पर राय ली गई। 42 प्रतिशत जनता ने नीतीश कुमार के कार्यों पर बहुत संतोष व्यक्त किया है, जबकि 31 प्रतिशत लोग संतुष्ट हैं। 23 प्रतिशत लोग असंतुष्ट हैं, जबकि 4 प्रतिशत ने इस पर कोई राय नहीं दी।
सर्वे में मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद के सवाल पर नीतीश कुमार (जेडीयू) को 42 प्रतिशत लोगों ने चुना है। स्पष्ट है कि 20 वर्षों के शासन के बाद भी नीतीश कुमार की छवि जनता के बीच अभी भी मजबूत है।
सर्वे में दूसरे स्थान पर तेजस्वी यादव (राजद) को 15 प्रतिशत और तीसरे स्थान पर प्रशांत किशोर (जनसुराज) को 9 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया। चिराग पासवान (एलजेपी-रामविलास) को 8 प्रतिशत, सम्राट चौधरी को 3 प्रतिशत, उपेंद्र कुशवाहा को 1 प्रतिशत और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को भी 1 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया।
सर्वे में पूछा गया कि यदि आज सीएम चुनना है तो किसे चुनेंगे? परिणाम के अनुसार, तेजस्वी यादव को 16 प्रतिशत, प्रशांत किशोर (जनसुराज) को 13 प्रतिशत और चिराग पासवान को 12 प्रतिशत ने पसंद किया। सम्राट चौधरी को 5 प्रतिशत, संतोष कुमार सुमन (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) को 3 प्रतिशत और मुकेश सहनी (वीआईपी) को 1 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया। 12 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इनमें से कोई भी चेहरा सीएम के लिए पसंद नहीं आया।
इसके अलावा, सर्वे में जनता ने नीतीश शासन को कानून व्यवस्था के मामले में बेहतर माना है। 72 प्रतिशत जनता ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में कानून व्यवस्था शानदार रही है, जबकि लालू यादव की सरकार के समय की कानून व्यवस्था को 10 प्रतिशत ने अच्छा माना।