क्या बिहार में एनडीए को मिलेगी बहुमत? जानें सर्वे के नतीजे

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में चुनाव की तारीखें 6 और 11 नवंबर हैं।
- एनडीए को 150-160 सीटें मिलने की संभावना है।
- इंडी गठबंधन को 70-85 सीटें मिल सकती हैं।
- वोट शेयर में एनडीए को 49% और इंडी गठबंधन को 36% मिलने की संभावना।
- यह चुनाव बिहार की राजनीति में बदलाव ला सकता है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्रीय प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा सोमवार को की गई है। बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और दूसरे चरण में 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राष्ट्रीय प्रेस-मैटराइज का सर्वे जारी किया गया है। यह जानने के लिए कि बिहार में किसके सिर पर सत्ता का ताज सजेगा, इस सर्वे में जनता की राय ली गई है।
राष्ट्रीय प्रेस-मैटराइज सर्वे के अनुसार, बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बन सकती है, जबकि विपक्षी गठबंधन को झटका होता हुआ दिख रहा है। सर्वे के अनुसार, राज्य की 243 सीटों में से एनडीए को 150-160 सीटें मिल सकती हैं, वहीं इंडी गठबंधन को 70 से 85 सीटें मिलने की संभावना है।
243 विधानसभा सीटों वाले बिहार चुनाव में वोट शेयरिंग प्रतिशत की बात करें तो, एनडीए को 49 प्रतिशत और इंडी गठबंधन को 36 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। एनडीए में भाजपा को सबसे ज्यादा 21 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। जबकि जेडीयू को 18 प्रतिशत, हम को 2 प्रतिशत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 6 प्रतिशत और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को 2 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। इस तरह से सर्वे के आंकड़ों में एनडीए के खाते में कुल 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
इंडी गठबंधन की बात करें तो, राष्ट्रीय प्रेस-मैटराइज सर्वे के अनुसार, राजद को 21 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा कांग्रेस को 8 प्रतिशत, सीपीएम (एमएल) को 4 प्रतिशत, सीपीआई को 1 प्रतिशत, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 1 प्रतिशत और मुकेश सहनी की वीआईपी को 1 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
साथ ही प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को 7 प्रतिशत, अन्य को 7 प्रतिशत और एआईएमआईएम को 1 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
सर्वे के अनुसार, भाजपा को 80-85 सीटें मिलती नजर आ रही हैं, जबकि जेडीयू को 60-65 सीटें, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को 3-6 सीटें, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 4-6 और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को 1-2 सीट मिलती दिख रही हैं।
इंडी गठबंधन की बात करें तो सर्वे में राजद को 60-65, कांग्रेस को 7-10, सीपीएम (एमएल) को 6-9, सीपीआई को 0-1, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 0-1 और विकासशील इंसान पार्टी को 2-4 सीटें मिलती नजर आ रही हैं।
अन्य दलों पर नजर डालें तो, सर्वे में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 1-3, जनसुराज पार्टी को 2-5 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं बसपा और जेएमएम को 7-10 सीट मिल सकती है।