क्या ऑनलाइन गेमिंग बिल भारत के डिजिटल भविष्य का निर्णय करेगा?

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क्या ऑनलाइन गेमिंग बिल भारत के डिजिटल भविष्य का निर्णय करेगा?

सारांश

आईडीजीएस ने ऑनलाइन गेमिंग बिल के पारित होने का स्वागत किया है, जो भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इस बिल के जरिए भारत की गेमिंग उद्योग को नई दिशा मिलेगी और यह वैश्विक गेमिंग अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Key Takeaways

  • ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 भारत के डिजिटल भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  • यह नियामक स्पष्टता प्रदान करेगा।
  • बिल रोजगार और इनॉवेशन को बढ़ावा देगा।
  • यह सामाजिक संकट को रोकने के लिए आवश्यक है।
  • बिल ग्लोबल गेमिंग अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका को सशक्त करेगा।

नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इंडियन डिजिटल गेमिंग सोसाइटी (आईडीजीएस) ने शुक्रवार को 'प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025' के पारित होने का स्वागत किया और इसे भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक निर्णायक क्षण और वैश्विक गेमिंग अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए एक कैटलिस्ट बताया।

आईडीजीएस भारत के डिजिटल गेमिंग इकोसिस्टम का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष उद्योग निकाय है।

आईडीजीएस के अध्यक्ष राजन नवानी ने कहा, "इस बिल का पारित होना केवल अनुपालन के बारे में नहीं है। यह भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक नया अध्याय शुरू करने के बारे में है। नियामक स्पष्टता के साथ, अब हमारे पास एक विकासोन्मुख, इनॉवेशन-ड्रिवन गेमिंग अर्थव्यवस्था बनाने का अवसर है, जो भारत को एक सच्ची ग्लोबल गेमिंग सुपरपावर बनने की दिशा में आगे बढ़ा सकती है।"

नवानी ने कहा कि बिल में ई-स्पोर्ट्स, सोशल और शैक्षिक गेमिंग के बीच का अंतर भारत के लिए प्रतिभाओं में निवेश करने, विश्व स्तरीय सामग्री बनाने और उद्यमिता को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त करता है। अपनी युवा, तकनीक-प्रेमी आबादी और फलते-फूलते डेवलपर इकोसिस्टम के साथ भारत ऐसे खेलों का निर्माता बनने की अच्छी स्थिति में है जो वैश्विक स्तर पर गूंजते हैं।

आईडीजीएस एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है, जहां गेमिंग भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ बने, रोजगार पैदा करे, इनॉवेशन को प्रेरित करे और निर्यात में योगदान दे।

सोसाइटी ने नीति निर्माताओं, डेवलपर्स, निवेशकों और वैश्विक साझेदारों के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत न केवल वैश्विक गेमिंग क्रांति में भाग ले, बल्कि उसका नेतृत्व भी करे।

नवानी ने कहा, "यह भारत में गेमिंग को नए सिरे से परिभाषित करने का समय है।"

संसद द्वारा पारित बिल नागरिकों को ऑनलाइन मनी गेम्स के खतरे से बचाने के साथ-साथ अन्य प्रकार के ऑनलाइन गेम्स को बढ़ावा देने और विनियमित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है।

यह बिल उन गेमिंग प्लेटफॉर्म की लत, वित्तीय बर्बादी और सामाजिक संकट को रोकने के लिए पेश किया गया है, जो जल्दी धन कमाने के भ्रामक वादों पर फलते-फूलते हैं। यह डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित और रचनात्मक विकास की ओर ले जाते हुए परिवारों की सुरक्षा के प्रति सरकार के संकल्प को दर्शाता है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि 'प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025' भारत के डिजिटल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। यह न केवल गेमिंग उद्योग को सशक्त करेगा, बल्कि एक सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण भी बनाएगा, जिससे युवा पीढ़ी को लाभ होगा।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग को विनियमित करना और नागरिकों को ऑनलाइन मनी गेम्स के खतरे से बचाना है।
आईडीजीएस की भूमिका क्या है?
आईडीजीएस भारत के डिजिटल गेमिंग इकोसिस्टम का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष उद्योग निकाय है।
बिल के पारित होने से भारत को क्या लाभ होगा?
यह बिल भारत को एक ग्लोबल गेमिंग सुपरपावर बनने का अवसर देगा और रोजगार व इनोवेशन को बढ़ावा देगा।
क्या यह बिल आर्थिक संकट को रोकने में सहायक होगा?
हाँ, यह बिल गेमिंग प्लेटफॉर्म की लत और वित्तीय बर्बादी को रोकने के लिए बनाया गया है।
इस बिल का प्रभाव कब तक महसूस किया जाएगा?
इसका प्रभाव धीरे-धीरे महसूस होगा, जब गेमिंग इंडस्ट्री में सुधार और विकास शुरू होगा।