क्या हमारे आईआईटी संस्थान 'आत्मनिर्भर भारत' की आधारशिला बनेंगे?

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क्या हमारे आईआईटी संस्थान 'आत्मनिर्भर भारत' की आधारशिला बनेंगे?

सारांश

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को आईआईटी संस्थानों की भूमिका पर जोर दिया, जो 'आत्मनिर्भर भारत' की आधारशिला के रूप में महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में, युवा तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में नई दिशा देंगे।

Key Takeaways

  • आईआईटी संस्थान 'आत्मनिर्भर भारत' की आधारशिला बनेंगे।
  • युवाओं की प्रतिभा और संकल्प महत्वपूर्ण हैं।
  • प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन प्रेरणादायक है।
  • तकनीकी और नवाचार पर ध्यान दिया जाएगा।
  • 2047 तक 'समृद्ध भारत' का लक्ष्य है।

नई दिल्ली, १७ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि हमारे आईआईटी संस्थानों की भूमिका 'आत्मनिर्भर भारत' की आधारशिला के रूप में महत्वपूर्ण होगी।

केंद्रीय मंत्री प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अटूट समर्थन के साथ, हमारे प्रतिभाशाली युवाशक्ति तकनीक, नवाचार और उद्यमिता के नियमों को नई दिशा देंगे और एक 'समृद्ध एवं आत्मनिर्भर भारत' का निर्माण करेंगे।"

उन्होंने कहा कि हमारे आईआईटी संस्थान आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बनेंगे।

केंद्रीय मंत्री प्रधान ने आईआईटी दिल्ली के छात्रों से बातचीत की, जिसकी जानकारी उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर साझा की।

उन्होंने लिखा, "पीएम मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए आह्वान को आगे बढ़ाते हुए आज सुबह आईआईटी दिल्ली के छात्रों के साथ बातचीत की और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने और 2047 तक 'समृद्ध भारत' के विजन को पूरा करने के लिए सामूहिक कार्रवाई को गति देने की आवश्यकता पर बल दिया।"

उन्होंने आगे कहा, "समय को बदलने का यही सही समय है।"

केंद्रीय मंत्री ने विश्वास जताया कि हमारे युवाओं की प्रतिभा, दृढ़ता और संकल्प, आत्मनिर्भरता की खोज के साथ मिलकर भारत की क्षमताओं को मजबूत करने के साथ-साथ उसकी तकनीकी और आर्थिक संप्रभुता को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

उन्होंने छात्रों के साथ अपनी इस बातचीत में कहा, "उनके सपनों, आकांक्षाओं, अनुसंधान के क्षेत्रों, वर्तमान में उनके सामने आने वाली तकनीकी चुनौतियों और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बताई गई चुनौतियों और अवसरों पर उनके दृष्टिकोण के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की।"

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी की सरकार हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने और भारत को समाधानों के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने के लिए भारत के नवोन्मेषकों और शोधकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।"

केंद्रीय मंत्री प्रधान ने बताया कि छात्रों को उनके नवाचारी विचारों को प्रस्तुत करने, चुनौतियों का सामना करने और हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित किया गया।

केंद्रीय मंत्री ने आईआईटी छात्रों के साथ सुबह का नाश्ता भी किया, जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर साझा की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि आईआईटी संस्थानों की भूमिका 'आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण में महत्वपूर्ण है। हमारे युवा प्रतिभाशाली और दृढ़ निश्चयी हैं, और उनकी ऊर्जा और उत्साह से भारत की भविष्य की दिशा तय होगी।
NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

आईआईटी संस्थान किस प्रकार आत्मनिर्भरता में योगदान देंगे?
आईआईटी संस्थान तकनीकी नवाचार, अनुसंधान और उद्यमिता के माध्यम से आत्मनिर्भरता में योगदान देंगे।
क्या प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन इस दिशा में महत्वपूर्ण है?
हाँ, प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन हमारे युवाओं को प्रेरित करता है और आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।