क्या 'इक्कीस' में धर्मेंद्र के साथ काम करना इतिहास का हिस्सा बनने जैसा है? : जयदीप अहलावत
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र की अंतिम फिल्म 'इक्कीस' 25 दिसंबर को रिलीज होगी।
- जयदीप अहलावत ने धर्मेंद्र के साथ काम करने का अनुभव साझा किया।
- फिल्म में धर्मेंद्र का किरदार बहादुरी की कहानी को दर्शाता है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिवंगत अभिनेता धर्मेंद्र की अंतिम फिल्म 'इक्कीस' 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म में जयदीप अहलावत भी धर्मेंद्र के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं। जयदीप ने धर्मेंद्र के साथ काम करने का अनुभव साझा किया है।
जयदीप अहलावत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "धर्मेंद्र के साथ एक ही फ्रेम में रहना इतिहास में दर्ज होने लायक है। मेरे लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है कि मुझे धर्मेंद्र जैसे दिग्गज कलाकार के साथ फिल्म करने का अवसर मिला, भले ही मैं उनके दौर का नहीं हूं। यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।" उन्होंने आगे कहा, "काश मैंने उनके साथ और भी फिल्में की होती, लेकिन अब वह हमारे बीच नहीं हैं।"
जयदीप ने कहा कि धर्मेंद्र के साथ काम करने से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। उनके बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूरे देश में उनके प्रति अपार प्रेम है और वे हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे।
जयदीप ने सोशल मीडिया पर फिल्म 'इक्कीस' से धर्मेंद्र का एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें अभिनेता पिंड की मिट्टी और मां के प्यार को कविता के माध्यम से बयां कर रहे हैं। वीडियो के साथ जयदीप ने लिखा, "आज भी जी करदा है, पिंड अपने नू जानवां।" धरम जी सच्चे मिट्टी के सपूत थे और उनके शब्दों में उस मिट्टी का सार है, उनकी यह कविता एक तड़प है। हमें यह कालजयी कविता देने के लिए आपका दिल से धन्यवाद।"
यह कविता खुद धर्मेंद्र ने लिखी थी और इसे उनकी आवाज में रिकॉर्ड किया गया है।
फिल्म 'इक्कीस' धर्मेंद्र की अंतिम फिल्म है, जिसमें उन्होंने लेफ्टिनेंट एम.एल. खेत्रपाल का किरदार निभाया है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा लीड रोल में हैं, जिन्होंने सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल का किरदार निभाया है। फिल्म अरुण खेत्रपाल की बहादुरी की कहानी को दर्शाती है।