क्या गडकरी के बयान पर इमरान मसूद ने सही कहा- सरदार पटेल होते तो सत्तापक्ष की विचारधारा को नहीं बढ़ने देते?
सारांश
Key Takeaways
- इमरान मसूद ने नितिन गडकरी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- सावरकर की दो राष्ट्र की थ्योरी का जिक्र किया गया।
- कांग्रेस की शहादत का उल्लेख किया गया।
- बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई।
- भाजपा पर आरोप लगाया गया कि वे नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
नई दिल्ली, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान का उत्तर दिया है। उन्होंने कहा कि दो राष्ट्र की थ्योरी का सूत्रधार सावरकर था और मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चलाई गई थी, लेकिन आज ये लोग देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति की बातें कर रहे हैं।
नितिन गडकरी ने देश में 'हिंदू-मुस्लिम विवाद' के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। इस पर इमरान मसूद ने कहा, "आपने मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चलाई और अब जिम्मेदार कांग्रेस को बता रहे हैं? यदि हिंदुस्तान-पाकिस्तान का बंटवारा न हुआ होता, तो यह विचारधारा ही नहीं पनपती।"
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस सांसद ने कहा, "१९२५ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई। १९४७ तक 'वंदे मातरम' को लेकर लाठी पड़ती थी। तब 'वंदे मातरम' की याद नहीं आई? उस समय तिरंगा भी नहीं फहराया गया। आज ये लोग देशभक्ति का ढोंग कर रहे हैं।"
इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस के लोग शहादत झेलने वाले हैं। उनमें से (सत्तापक्ष) किसी ने एक उंगली कटाई हो तो नाम बताएं।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार पटेल की सोच का सम्मान करती, तो यह विचारधारा समाप्त हो जाती।
कांग्रेस सांसद ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर भी भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को बांग्लादेश के मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हम हर जगह होने वाली नफरत के खिलाफ आवाज उठाते हैं। आज बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। हम सबसे अधिक आवाज उठा रहे हैं। भाजपा नेताओं के मुंह में दही जमी हुई है।"
इस दौरान, इमरान मसूद ने बंगाल में 'बाबरी मस्जिद' मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मस्जिद बनवाने वाला भाजपा का ही नेता रहा है। ये उससे मस्जिद बनवाकर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।