क्या इंडिया गठबंधन के सांसदों के चुनाव आयोग जाने से भाजपा घबरा गई है? : कुणाल घोष

Click to start listening
क्या इंडिया गठबंधन के सांसदों के चुनाव आयोग जाने से भाजपा घबरा गई है? : कुणाल घोष

सारांश

क्या इंडिया गठबंधन के सांसदों का चुनाव आयोग जाना भाजपा के लिए चिंता का विषय बन गया है? टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष का कहना है कि भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास नहीं रखती। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहना है.

Key Takeaways

  • इंडिया गठबंधन के सांसदों का चुनाव आयोग जाना भाजपा के लिए चिंता का विषय है।
  • भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास नहीं रखती है, ऐसा आरोप है।
  • कुणाल घोष ने राहुल गांधी और ममता बनर्जी के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है।
  • मतदाता सूची की जांच आवश्यक है, यह भी बताया गया।

कोलकाता, 11 अगस्‍त (राष्ट्र प्रेस)। इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित 'वोट चोरी' के खिलाफ मार्च निकाला। इस मार्च को लेकर टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि तृणमूल सांसदों और इंडिया गठबंधन के सांसदों के चुनाव आयोग जाने से भाजपा डरी हुई है। यह घटना निष्पक्ष नहीं, बल्कि पक्षपातपूर्ण हो गई है। भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भरोसा नहीं रखती है और वह बौखला गई है।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इंडिया गठबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय या चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है। उनके इस बयान पर कुणाल घोष ने पलटवार करते हुए कहा कि आपको आम जनता पर भरोसा नहीं है। आप कहते हैं कि इंडिया गठबंधन को चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है, सर्वोच्च न्यायालय पर भरोसा नहीं है। हमें सर्वोच्च न्यायालय पर भरोसा है, और लोकतंत्र के स्तंभ को प्रभावित करने का आपका प्रयास आपत्तिजनक है।

कुणाल घोष ने राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपनी ही पार्टी में घेर लिया गया है। सुकांत मजूमदार, समिक भट्टाचार्य और दिलीप घोष उनके कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते। उनके कार्यक्रम फ्लॉप रहे हैं। वो अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि हम बार-बार कह रहे हैं कि चुनाव आयोग को एक उचित और सटीक मतदाता सूची तैयार करनी चाहिए। देश में सबसे पहले ममता बनर्जी ने इस मतदाता सूची घोटाले के खिलाफ आवाज उठाई थी। महाराष्ट्र और दिल्ली में यही हुआ। ममता बनर्जी ने इसे पकड़ा। टीएमसी मतदाता सूची की गंभीरता से जांच कर रही है। अगर महाराष्ट्र और दिल्ली की भाजपा विरोधी पार्टियां इसे पहले पहचान लेतीं तो शायद परिणाम विपरीत होते।

कुणाल घोष ने आरजी कर अस्पताल मामले के मृतक डॉक्टर के माता-पिता पर कथित पुलिस लाठीचार्ज के बारे में बात की। उन्होंने कहा, "एक भी तस्वीर दिखाइए जिससे साबित हो कि पुलिस ने आरोपों को पुख्ता करने के लिए कुछ किया। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इतने सारे बयान दिए गए, फिर भी एक भी तस्वीर में पुलिस को कुछ करते हुए नहीं दिखाया गया।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि विपक्ष और सत्ताधारी दल के बीच का संघर्ष बढ़ता जा रहा है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए सभी पक्षों को संवाद और विश्वास की आवश्यकता है।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

इंडिया गठबंधन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इंडिया गठबंधन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न राजनीतिक दलों को एकजुट करके सत्ताधारी पार्टी का सामना करना है।
कुणाल घोष कौन हैं?
कुणाल घोष तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता हैं और वे पार्टी के दृष्टिकोण को सामने रखते हैं।