क्या अरुणाचल के विजय नगर में सेना और असम राइफल्स ने हेलिकॉप्टर से सैनिकों की तैनाती का सफल परीक्षण किया?
सारांश
Key Takeaways
- अभ्यास से परिचालन तैयारियों में वृद्धि हुई।
- सैनिकों की त्वरित तैनाती की क्षमता को परखा गया।
- उच्च स्तर की पेशेवर दक्षता प्रदर्शित की गई।
- सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने की क्षमता बढ़ी।
- अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा में सुधार।
ईटानगर, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना और असम राइफल्स ने शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के विजय नगर क्षेत्र में हेलिकॉप्टर के माध्यम से सैनिकों की त्वरित तैनाती (हेलिबोर्न इंसर्शन) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास दूरस्थ सीमा क्षेत्र में परिचालन तैयारियों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि भारतीय सेना और असम राइफल्स के संयुक्त अभ्यास के अंतर्गत रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण विजय नगर क्षेत्र में हेलिकॉप्टर के जरिए सैनिकों की तेजी से तैनाती की गई। इस अभ्यास का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण और दुर्गम भूभाग में सैनिकों की त्वरित तैनाती की क्षमता का आकलन करना और परिचालन दक्षता को बढ़ाना था।
उन्होंने बताया कि इस सुनियोजित अभ्यास में बलों ने यह सिद्ध किया कि वे किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौती का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए कम समय में प्रशिक्षित और अनुकूलित सैनिकों को ऑपरेशनल क्षेत्र में पहुंचाने में सक्षम हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत के अनुसार, अभ्यास के दौरान गति, समन्वय और सटीकता पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे वास्तविक परिस्थितियों में भी निर्बाध संचालन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा, “सैनिकों ने उच्च स्तर की पेशेवर दक्षता, अनुकूलन क्षमता और युद्ध तत्परता का प्रदर्शन किया।”
इस संयुक्त अभ्यास से परिचालन पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और सेना तथा असम राइफल्स के बीच आपसी समन्वय और तालमेल और मजबूत हुआ। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के अभ्यास मानक संचालन प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने, इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने और रणनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में संयुक्त प्रतिक्रिया तंत्र को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
उल्लेखनीय है कि चांगलांग जिला, जो खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा है, अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी कोने में स्थित है और भारत का पूर्वी छोर माना जाता है। इस जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा म्यांमार से लगती है।