क्या इंदौर हनीमून मर्डर केस में सोनम और राज कुशवाहा के खिलाफ 790 पन्नों की चार्जशीट दाखिल हुई?

सारांश
Key Takeaways
- इंदौर का हनीमून मर्डर केस एक जटिल हत्या कांड है।
- चार्जशीट में 790 पन्ने और ठोस सबूत शामिल हैं।
- सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा मुख्य आरोपी हैं।
- पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किए हैं।
- न्यायिक प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है।
मेघालय, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंदौर के चर्चित हनीमून मर्डर केस में मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने शुक्रवार की शाम अदालत में 790 पन्नों की चार्जशीट पेश की।
यह मामला शहर के प्रसिद्ध बिजनेसमैन राजा रघुवंशी की हत्या से संबंधित है, जिसने पूरे देश में सेंसेशन पैदा किया था।
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, चार्जशीट में हत्या की साजिश का मुख्य कथानक राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाहा के इर्द-गिर्द घूमता है। इस साजिश में तीन अन्य आरोपियों आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी और विशाल सिंह चौहान ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की हत्या, सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। वर्तमान में सभी पांचों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
पुलिस ने बताया कि इस हत्या की योजना बहुत ही सावधानी से बनाई गई थी। चार्जशीट में सोनम और राज कुशवाहा की नजदीकियों को हत्या का मुख्य कारण बताया गया है, जबकि अन्य तीन आरोपियों ने इस साजिश को अंजाम देने में उनकी सहायता की। जांच के दौरान, पुलिस ने कई सबूत एकत्र किए, जिनमें कॉल रिकॉर्ड, लोकेशन डेटा और गवाहों के बयान शामिल हैं।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि इस मामले में तीन और सह-आरोपियों, प्रॉपर्टी डीलर सिलोमे जेम्स, बिल्डिंग मालिक लोकेन्द्र तोमर और सिक्योरिटी गार्ड बलवीर आहिरवार के खिलाफ जल्द ही सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इन पर सबूत नष्ट करने और छिपाने का आरोप है।
यह हत्या का मामला उस समय सुर्खियों में आया था, जब राजा रघुवंशी की शादी के कुछ ही दिनों बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले ने न केवल इंदौर को, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया। पुलिस का दावा है कि चार्जशीट में पुख्ता सबूतों के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ मजबूत मामला बनाया गया है। अब अदालत में इस मामले की सुनवाई जल्द शुरू होने की उम्मीद है।