क्या मध्य प्रदेश के जबलपुर में बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय प्रतिभाओं का सम्मान हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- बिरसा मुंडा की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन
- प्रधानमंत्री मोदी का वर्चुअल उद्बोधन
- जनजातीय वर्ग की प्रतिभाओं का सम्मान
- जनजातीय वीरों के योगदान की महत्ता
- वंचितों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता
जबलपुर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में जनजातीय नायक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल उद्बोधन हुआ, जिसमें जनजातीय वर्ग की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को गुजरात के नर्मदा जिले से राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित किया, जिसका देशभर में सीधा प्रसारण हुआ। मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजित इस राज्यस्तरीय समारोह में सभी ने प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन सुना।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में देश के विभिन्न क्षेत्रों के जनजातीय वीरों ने आजादी के लिए अपना लहू बहाया। इन वीरों ने अपने बलिदान से अंग्रेजों को चैन से बैठने नहीं दिया। स्वाधीनता संग्राम के प्रारंभिक काल में जनजातीय जननायकों का योगदान हम नहीं भुला सकते, हालांकि इतिहासकारों और तत्कालीन सरकारों ने इनके योगदान को नकारा है। आज की नई पीढ़ी को जनजातीय वीरों की वीरता से अवगत कराना आवश्यक है। हर साल 15 नवंबर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन मनाया जाता है, और इसे राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का उद्देश्य है कि हम उन लोगों के बारे में जानें जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर किया।
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विशिष्ट उपलब्धियां प्राप्त करने वाले जनजातीय समुदाय के युवाओं, चित्रकारों और सिकल सेल एनीमिया पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया। इस अवसर पर छतरपुर जिले की महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ को आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप में शानदार प्रदर्शन के लिए एक करोड़ का चेक और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।
अतिथियों ने पद्मश्री अर्जुन सिंह धुर्वे, फुलझारिया बाई, उजियारो बाई, विक्रम अवॉर्डी रागिनी मार्को, सृष्टि सिंह तथा विदेश में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी आशाराम पालवी एवं रवि मेड़ा को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति समूह (पीवीटीजी) के चयनित 6 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। कक्षा 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनजातीय वर्ग के दो मेधावी विद्यार्थियों को महाराजा शंकर शाह और रानी दुर्गावती मेधावी पुरस्कार दिए गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि हमारी नीति और नीयत बिल्कुल स्पष्ट है, वंचितों को वरीयता देना। हम इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। देश के सभी जनजातीय वर्गों का समग्र कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर जनजातीय वर्ग के हितों की उपेक्षा करने का उल्लेख करते हुए कहा कि जनजातीय वर्ग पिछले छह दशकों से उपेक्षित रहे। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पहली बार जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया गया। हमने इस मंत्रालय का बजट कई गुना बढ़ा दिया है। आज हम जनजातीय वर्ग की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और जनजातीय क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सहित हर दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आज देशभर में आयोजन चल रहे हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती से हमारी एकता और विविधता को मनाने के लिए भारत पर्व की शुरुआत की गई थी। आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर यह भारत पर्व एक नई ऊँचाई प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज काशी विश्वनाथ और महाकाल की चर्चा होती है। पिछले एक साल में देश में कई धार्मिक स्थलों का विकास हुआ है। कई जनजातीय नायक-नायिकाओं ने आजादी की मशाल को आगे बढ़ाया है, जैसे मध्य प्रदेश के टंट्या भील ने आजादी के लिए अपार त्याग किया।