क्या जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भक्तों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है?

सारांश
Key Takeaways
- भक्तों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- रथ यात्रा का प्रबंधन प्रशासनिक कौशल को उजागर करता है।
- सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए सहायता की घोषणा की है।
- प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
- समन्वय और प्रभावी प्रबंधन की आवश्यकता है।
पुरी, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी में रविवार को जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ के बाद आईएएस अधिकारी चंचल राणा ने पुरी के नए जिला कलेक्टर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है। उन्होंने प्रशासन को सुव्यवस्थित करने और भक्तों की सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया।
चंचल राणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाप्रभु जगन्नाथ की दिव्य कृपा से उन्होंने कार्यभार संभाला है। सरकार के आदेश के अनुसार, उन्होंने जिम्मेदारी ग्रहण की है। रथ यात्रा की व्यवस्था को अच्छी तरह से तैयार किया गया है और इसे कार्यान्वित किया गया है।
राणा ने रथ यात्रा के आयोजन में जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के बीच बेहतरीन समन्वय की सराहना की। उन्होंने कहा, "रथ यात्रा की व्यवस्थाएं सराहनीय रही हैं। सभी विभागों ने मिलकर अनुष्ठानों के सुचारू संचालन और भक्तों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए शानदार समन्वय दिखाया है। हमारा पूरा ध्यान इस बात पर है कि यह पवित्र आयोजन निर्बाध रूप से संपन्न हो।"
उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय है। भक्तों की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं कि रथ यात्रा के शेष दिन बिना किसी व्यवधान के संपन्न हों। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से समर्पित है।
राणा ने कहा कि रथ यात्रा जैसे बड़े आयोजन का प्रबंधन हमारे लिए एक अनूठा अनुभव है, जो न केवल प्रशासनिक कौशल को निखारता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने भक्तों से प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की, ताकि यह पवित्र आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। प्रशासन इस आयोजन को और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा के पुरी में गुंडिचा मंदिर के पास हुई भगदड़ की घटना पर माझी सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। डीसीपी बिष्णु पति और कमांडेंट अजय पाढ़ी को ड्यूटी में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है।
वहीं, पुरी के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) का भी तबादला कर दिया गया है। चंचल राणा को नया जिला कलेक्टर नियुक्त किया गया है जबकि पिनाक मिश्रा को नए एसपी की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, ओडिशा सरकार ने जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।