क्या जगदीप धनखड़ का कार्यालय सील और घर खाली करने का दावा फर्जी है?

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ का कार्यालय सील करने का दावा झूठा है।
- पीआईबी ने इन दावों की पुष्टि की है।
- सोशल मीडिया पर फैल रही गलत जानकारी पर भरोसा न करें।
- स्वास्थ्य कारणों से जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया।
- आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि आवश्यक है।
नई दिल्ली, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से राजनीतिक हलचल में तेजी आई है, और इसी बीच सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी चल रही है कि उनके आधिकारिक कार्यालय को सील कर दिया गया है। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेक टीम ने स्पष्ट किया है कि जगदीप धनखड़ के कार्यालय को सील करने और घर को खाली करने के दावे पूर्णतः फर्जी हैं।
सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से फैल रहा है कि जगदीप धनखड़ के आधिकारिक कार्यालय को सील कर दिया गया है और पूर्व उपराष्ट्रपति को तुरंत आवास खाली करने के लिए कहा गया है। लेकिन पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे गलत बताया है।
पीआईबी फैक्ट चेक के अनुसार, यह जानकारी कि उपराष्ट्रपति का कार्यालय सील कर दिया गया है और तुरंत खाली करने को कहा गया है, एक झूठ है। गलत जानकारी पर विश्वास न करें और किसी भी खबर को साझा करने से पहले हमेशा आधिकारिक स्रोतों से उसकी पुष्टि करें।
भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। इसके एक दिन बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा था कि जगदीप धनखड़ को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।