क्या जालंधर में मध्य प्रदेश से भेजे गए अवैध हथियारों का जाल पकड़ा गया?
सारांश
Key Takeaways
- जालंधर पुलिस ने 8 अवैध पिस्तौल बरामद की हैं।
- गिरफ्तार आरोपियों का संबंध जग्गू भगवानपुरिया गिरोह से है।
- पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयासरत है।
- मध्य प्रदेश से पंजाब में हथियारों की तस्करी एक बड़ी चुनौती है।
- पुलिस डिजिटल तकनीकों का उपयोग कर रही है।
जालंधर, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब की जालंधर पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक सख्त कदम उठाया है। पुलिस ने जग्गू भगवानपुरिया गिरोह के तीन बदमाशों से 6 और पिस्तौल (.32 बोर) जब्त की हैं। इसके साथ ही इस मामले में कुल बरामद पिस्तौलों की संख्या 8 हो गई है।
पहले से दो पिस्तौल पहले ही जब्त की जा चुकी थीं। पुलिस ने यह जानकारी मंगलवार को अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर साझा की है।
पंजाब पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनकरण सिंह देओल, सिमरनजीत सिंह और जयवीर सिंह के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये तीनों गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के करीबी सहयोगी हैं। इन्हें पिस्तल की खेप मध्य प्रदेश से प्राप्त हुई थी। पुलिस का मानना है कि ये आरोपी पंजाब के विभिन्न आपराधिक गिरोहों को हथियारों की आपूर्ति कर रहे थे।
पुलिस ने थाना रामा मंडी में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है। पुलिस आगे के संबंधों का पता लगाने में जुटी है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि हथियार कहाँ से आए, किसने सप्लाई किए और ये किस-किस गिरोह तक पहुँचने वाले थे।
जालंधर पुलिस की यह कार्रवाई संगठित अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
पंजाब पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा है, “संगठित अपराध पर नियंत्रण, अवैध हथियारों की सप्लाई चेन को तोड़ने और पंजाब की सुरक्षा एवं शांति सुनिश्चित करने के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
पिछले कुछ महीनों में पंजाब पुलिस ने कई ऐसे ऑपरेशन किए हैं, जिनमें अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को पकड़ा गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से पंजाब में हथियारों की तस्करी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। पुलिस अब डिजिटल लेनदेन, फोन कॉल रिकॉर्ड और सूचनादाताओं की मदद से नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है।