क्या कांग्रेस जल्द स्वीकार करेगी कि भाजपा और संघ की विचारधारा देशहित में है?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा की विचारधारा को कांग्रेस के कुछ नेता मानते हैं।
- कमलजीत सहरावत ने सेना के शौर्य पर उठे सवालों का जवाब दिया।
- कांग्रेस की जिम्मेदारी के बारे में चर्चा की गई।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आक्रामक रुख अपनाया है। भाजपा सांसदों ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है।
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जनसंघ की स्थापना के समय शायद ही सोचा गया था कि हम विश्व की इतनी बड़ी पार्टी बनेंगे। विचारधारा पर निरंतर कार्य किया गया और अब कांग्रेस के नेता भी मानते हैं कि कार्यप्रणाली उत्कृष्ट है। आने वाले समय में कांग्रेस को यह मानना पड़ेगा कि भाजपा और संघ की विचारधारा देशहित में है। कांग्रेस के हर नेता और कार्यकर्ता के यही विचार होंगे।"
कमलजीत सहरावत ने सेना के शौर्य पर उठे सवालों को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान बोलने के लायक नहीं है, लेकिन समस्या यह है कि भारत में कई विरोधियों ने अपनी सेना पर ही सवाल उठाए। 'सर्जिकल स्ट्राइक' के दौरान विपक्ष ने सबूत मांगे थे। इसी तरह, 'ऑपरेशन सिंदूर' के मामले में भी उन्होंने बार-बार सवाल उठाए।"
कमलजीत सहरावत ने आगे कहा कि 'सर्जिकल स्ट्राइक' और 'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सेना का एक ऐसा उदाहरण है, जिसमें देशवासियों की भावनाओं को समझते हुए सेना ने कार्य किया। देशवासियों को अपनी सेना के बयान पर विश्वास करना चाहिए और गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुँचाया, बल्कि आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट किया।
सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि यह अच्छी बात है कि दिग्विजय सिंह ने संगठन की सराहना की है। धीरे-धीरे कांग्रेस के नेताओं को भी प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण समझ आ जाएगा और वे भी इसे स्वीकार करेंगे।
गुलाम अली खटाना ने कर्नाटक सरकार के बुलडोजर कार्रवाई पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले 70 वर्षों में मुसलमानों को तबाह किया है और उन्हें मैनस्ट्रीम से जुड़ने नहीं दिया। आज देश में मुसलमानों की खस्ता हालत के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।