क्या जम्मू-कश्मीर के डोडा में भूस्खलन प्रभावितों के लिए विशेष ब्लॉक दिवस कैंप का आयोजन किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- भूस्खलन प्रभावितों के लिए विशेष ब्लॉक दिवस कैंप का आयोजन किया गया।
- डीडीसी हरविंदर सिंह ने स्थानीय निवासियों की समस्याओं को सुना।
- स्थानीय लोगों को राहत और सहायता का आश्वासन दिया गया।
- जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अटके मुद्दों पर चर्चा की गई।
- कास्तीगढ़ क्षेत्र में विकास का मूल्यांकन किया गया।
डोडा, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में स्थानीय निवासियों की समस्याओं और भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए राहत प्रदान करने हेतु एक विशेष ब्लॉक दिवस कैंप का आयोजन किया गया। डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कमिश्नर (डीडीसी) हरविंदर सिंह ने इस कैंप में आए प्रभावितों की मांगों को सुना।
यह कैंप डोडा जिले के कास्तीगढ़ क्षेत्र के मुंधार लोअर-ए पंचायत में प्रशासन द्वारा आयोजित किया गया। स्थानीय निवासियों ने भूस्खलन राहत, मजदूरी, राशन कार्ड, स्ट्रीटलाइट, बिजली आपूर्ति और रुके हुए विकास परियोजनाओं से संबंधित समस्याओं को उठाया।
डीडीसी हरविंदर सिंह ने कहा कि हमने हाल ही में सदरी बाग में हुए भूस्खलन की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए दौरा किया, जिससे कास्तीगढ़ को रामबन से जोड़ने वाली लगभग 100 मीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। कई प्रभावित निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया, और आज हमने नुकसान का आकलन किया और सहायता प्रदान करने के लिए प्रारंभिक निर्णय लिए।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में डीडीसी हरविंदर सिंह ने कहा कि जंगली जानवरों के हमलों से भी लोग परेशान हैं। उनसे मिलने के बाद उन्हें सहायता का आश्वासन दिया गया है। हमने संबंधित विभागों की टीमों को भी निर्देशित किया है।
उन्होंने बताया कि कास्तीगढ़ क्षेत्र में विकास परियोजनाओं का मूल्यांकन करने के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की गई। जनप्रतिनिधियों ने इस बैठक में अपनी मांगें रखीं। लंबे समय से अटके मुद्दों पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। स्थानीय नागरिकों ने बैंक से संबंधित समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद स्थानीय बैंक के प्रबंधक को उचित निर्देश दिए गए हैं।
डीडीसी हरविंदर सिंह ने कहा कि कास्तीगढ़ वर्तमान में विकास के मार्ग पर सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है। अधिकारी और स्थानीय लोग एक-दूसरे के साथ सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्लॉक दिवस कैंप में निरंतर स्थानीय लोगों से मुद्दों पर बातचीत की जाती है।