क्या युवराज सिंह का 44वां जन्मदिन उनके लिए बेहद खास रहेगा?
सारांश
Key Takeaways
- युवराज सिंह का जन्म 12 दिसंबर 1981 को हुआ था।
- उन्होंने 2000 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
- टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011 में भारत को चैंपियन बनाया।
- उनका क्रिकेट करियर 2019 में खत्म हुआ।
- उनके सम्मान में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने स्टैंड का नाम रखा।
नई दिल्ली, ११ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। युवराज सिंह का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। भारत को टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011 में चैंपियन बनाने वाले युवराज को उनके जन्मदिन से पहले पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा महत्वपूर्ण सम्मान दिया गया है।
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर में नए बने महाराजा यादवेंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एक स्टैंड का नाम युवराज सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की है। गुरुवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा टी20 मैच इसी मैदान पर खेला जाएगा। यह मैच इस मैदान पर पहला पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच है। मैच से पहले युवराज सिंह स्टैंड का उद्घाटन किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मैच विजेताओं में से एक, युवराज इस सम्मान के पूरी तरह से हकदार हैं। युवराज सिंह के साथ ही महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के नाम पर भी एक स्टैंड का अनावरण होगा। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के उपस्थित होने की संभावना है।
युवराज सिंह का जन्म १२ दिसंबर १९८१ को चंडीगढ़ में हुआ था। उनके पिता, जोगराज सिंह, जो खुद एक ऑलराउंडर रहे हैं, चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेट में बड़ा नाम बने। इसके लिए उन्होंने युवराज को कड़ी ट्रेनिंग दी और हर संभव समर्थन प्रदान किया।
युवराज ने अपने पिता के जुनून को अपनाया और किशोरावस्था में ही एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज बन गए। वे अंडर-१९ विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे और २००० में मात्र १९ वर्ष की आयु में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। उनका पहला मैच केन्या के खिलाफ था। उस मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था, लेकिन उसी सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने ८० गेंदों पर ८४ रन बनाकर 'प्लेयर ऑफ द मैच' बने।
२००० से २०१७ के बीच, युवराज ने ४० टेस्ट में ३ शतक और ११ अर्धशतक के साथ १,९०० रन और ९ विकेट, ३०४ वनडे में १४ शतक और ५२ अर्धशतक के साथ ८,७०१ रन और १११ विकेट, और ५८ टी20 में ८ अर्धशतक के साथ १,१७७ रन और २८ विकेट दर्ज किए हैं।
युवराज वनडे विश्व कप 2011 में ३६२ रन और १५ विकेट के साथ टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे थे। कैंसर से लड़ते हुए वनडे विश्व कप 2011 में देश के लिए डटे रहना और टी20 विश्व कप 2007 में एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ विवाद के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड को एक ओवर में लगातार ६ छक्के लगाना, युवराज के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
१० जून २०१९ को क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद, युवराज सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियों में सक्रिय हैं। टी20 विश्व कप 2024 के लिए आईसीसी ने उन्हें आइकॉन खिलाड़ी बनाया था।