क्या प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की?
सारांश
Key Takeaways
- सुब्रमण्यम भारती का योगदान भारतीय साहित्य में अद्वितीय है।
- उनकी कविताएं राष्ट्रीय चेतना को जगाने वाली थीं।
- भारती ने सामाजिक सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- वे न्यायपूर्ण समाज के निर्माण की ओर अग्रसर थे।
- उनकी विचारधारा आज भी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "महाकवि सुब्रमण्यम भारती को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उनकी कविताओं ने हिम्मत जगाई और उनके विचारों ने अनगिनत लोगों के मन पर गहरी छाप छोड़ी है। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना को रोशन किया।"
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने लिखा, "महाकवि सुब्रमण्यम भारती को उनकी जयंती पर सादर श्रद्धांजलि। वे एक निडर राष्ट्रवादी, दूरदर्शी समाज सुधारक और क्रांतिकारी कवि थे। उनकी प्रेरक कविताओं ने कई पीढ़ियों को जागरूक किया।"
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, "आधुनिक तमिल साहित्य के निर्माता सुब्रमण्यम भारती को उनकी जयंती पर नमन। उन्होंने औपनिवेशिक सरकार के अत्याचारों का सामना करते हुए, अपनी कविताओं से स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूत किया।"
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, "महाकवि सुब्रमण्यम भारती को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। वे एक कट्टर राष्ट्रवादी और भारतीय भाषाओं के समर्थक थे।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, "मैं सुब्रमण्यम भारती को उनकी जयंती पर याद करता हूं। उन्होंने तमिल साहित्य को नया रूप दिया और अपनी कविताओं के जरिए भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को एक मजबूत आवाज दी।"