क्या जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सरकार ने अपने वादों को पूरा किया? : डॉ. दरख्शां अंद्राबी

सारांश
Key Takeaways
- डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- सरकार ने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया है।
- जनता अब विकास की मांग कर रही है।
- महबूबा मुफ्ती के बयान पर भी सवाल उठाए गए हैं।
सांबा, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार के एक वर्ष पूरे हो गए हैं, लेकिन इस दौरान विकास का कोई ठोस कार्य नहीं दिखाई दे रहा है।
सांबा में मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. अंद्राबी ने कहा कि यदि आप किसी सामान्य नागरिक से पूछें, तो वह यही बताएगा कि जम्मू-कश्मीर में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने जो चुनावों के समय वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है।
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता सीएम उमर अब्दुल्ला पर भी हमला करते हुए कहा कि उमर साहब ने चुनावों के दौरान लोगों से वादे किए थे कि वे उन्हें सुविधाएं देंगे, लेकिन अब स्थिति यह है कि जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता अब विकास की मांग कर रही है, न कि झूठे वादों पर आधारित राजनीति।
इससे पहले उन्होंने पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के जेन-जी वाले बयान पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चाहे महबूबा सत्ता में हों या बाहर, उन्हें कभी भी अमन-चैन और शांति से कोई लेना-देना नहीं रहा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अंद्राबी ने कहा कि महबूबा मुफ्ती की सोच हमेशा एक जैसी रही है, जो भ्रम और अव्यवस्था पैदा करती है। उनकी मानसिकता प्रतिगामी है और उनका शांति व सौहार्द से कोई संबंध नहीं रहा। चाहे वे सत्ता में हों या बाहर, उन्हें अमन से कभी कोई मतलब नहीं रहा।
दरअसल, महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पर इस बात का उल्लेख किया था कि उत्तराखंड से लेकर लद्दाख और सीमा पार कश्मीर तक, जेनरेशन जेड उभर रही है। वे सिर्फ विरोध नहीं कर रहे हैं। वे सत्ता का सामना सत्य से कर रहे हैं। यह सिर्फ शोर नहीं है। यह दिल टूटने का प्रतिरोध है। यह विद्रोह नहीं, बल्कि अस्तित्व की पुकार है। वे अब और कुछ नहीं मांग रहे हैं। वे वही मांग रहे हैं जो उनका हक है। यह हमारे देश भारत और यहां तक कि पड़ोसी पाकिस्तान के लिए भी एक चेतावनी है।