क्या जम्मू-कटरा नई रेल लाइन से श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा?

सारांश
Key Takeaways
- नई रेल लाइन से श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिलेगी।
- अश्विनी वैष्णव ने अंतिम सर्वे को मंजूरी दी।
- 50 वर्षों के बाद रेल कश्मीर घाटी तक पहुंचेगी।
- प्रोजेक्ट का खर्च लगभग 12 करोड़ रुपये है।
- यात्री सवारी डिब्बों का अपग्रेडेशन 31 अगस्त तक पूरा होगा।
नई दिल्ली/जम्मू, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू से कटरा तक नई रेल लाइन बिछाने के निर्णय पर खुशी व्यक्त की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लगभग दो सप्ताह पहले इस संबंध में अंतिम सर्वे की स्वीकृति देने की जानकारी दी थी। इस पर बुधवार को जितेंद्र सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी और आभार प्रकट किया।
जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "अश्विनी वैष्णव, आपके प्रति आभार। इस निर्णय से यात्रियों और माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए यातायात में सुविधा और सरलता बनेगी। 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता का ही परिणाम है कि 50 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अब रेल कश्मीर घाटी तक पहुँचने वाली है।"
जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अश्विनी वैष्णव का एक पत्र भी साझा किया, जिसमें रेल मंत्री ने जानकारी दी थी कि जम्मू-कश्मीर से माता वैष्णो देवी कटरा के बीच एक अतिरिक्त नई रेल लाइन के निर्माण के लिए सर्वे की स्वीकृति दी गई है। यह पत्र रेल मंत्री ने जितेंद्र सिंह के लिए लिखा था।
इससे पहले, रेल मंत्रालय ने जम्मू से कटरा तक 77.96 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने के लिए कदम उठाए और अंतिम सर्वे को मंजूरी दी। उत्तर रेलवे को इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस परियोजना का खर्च लगभग साढ़े 12 करोड़ रुपए का अनुमानित है।
जम्मू-कश्मीर में यात्री कोच अपग्रेडेशन का एक नया दौर भी चल रहा है। इसी तरह के प्रोजेक्ट में कश्मीर घाटी में यात्री सवारी डिब्बों के अपग्रेडेशन का काम शामिल है। रेल मंत्रालय का लक्ष्य है कि कश्मीर घाटी में यात्री सवारी डिब्बों के अपग्रेडेशन का कार्य 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। सभी रेकों को समय सीमा के भीतर पुनर्निर्मित और उन्नत किया जाएगा।