क्या मखाना हर फिटनेस प्रेमी के लिए एक उत्तम स्नैक है?
सारांश
Key Takeaways
- मखाना कम कैलोरी और उच्च प्रोटीन का स्रोत है।
- यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
- डायबिटीज के लिए सुरक्षित है।
- भोजन में विविधता लाने के लिए इसे कई तरीकों से खा सकते हैं।
- बहुत अधिक खाने से सावधानी बरतनी चाहिए।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मखाना हर फिटनेस प्रेमियों के लिए एक उत्तम स्नैक है। यह कम कैलोरी, उच्च प्रोटीन और फाइबर से समृद्ध होता है, जो वजन को नियंत्रित करने में सहायक है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और खनिज भी होते हैं, जो हृदय और पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होते हैं। भूख को मिटाने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए यह स्वस्थ, कुरकुरी और स्वादिष्ट विकल्प है।
वास्तव में, यह कमल के पौधे का बीज होता है, जो तालाब या झील में उगता है। सुखाने और हल्का भूनने के बाद, यह कुरकुरे और स्वाद में हल्का मीठा हो जाता है। छोटे आकार के बावजूद, मखाने में अच्छे खासे पोषक तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे खनिज मौजूद हैं।
मखाना वजन कम करने में सहायक होता है क्योंकि इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है। ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मखाना मदद करता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज इसे आसानी से खा सकते हैं।
हृदय की सेहत के लिए भी मखाना लाभकारी है क्योंकि इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। इसके अलावा, मखाने में उपस्थित अमीनो एसिड मानसिक स्वास्थ्य और नींद के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं और फाइबर पाचन तंत्र को सही रखता है।
मखाना खाने के कई तरीके हैं, लेकिन इसे हल्का भूनकर नमक या घी के साथ स्नैक के रूप में खाना अधिक लाभकारी है। इसे दूध में डालकर खीर या हलवा बनाया जा सकता है। ड्राई फ्रूट्स के साथ लड्डू बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, कई लोग सब्जी या करी में भी मखाने का उपयोग करते हैं।
हालांकि, सावधानियां भी आवश्यक हैं। बहुत अधिक मात्रा में मखाना खाने से कब्ज हो सकता है। जिन व्यक्तियों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए।