क्या जेसोवा दिवाली मेला 2025 में जनसरोकार को प्राथमिकता दी जा रही है?

सारांश
Key Takeaways
- जेसोवा ने समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- दिवाली मेला गरीबों की मदद करने का एक मंच है।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संस्था की सराहना की।
- शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जेसोवा का कार्य अनुकरणीय है।
- समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए जेसोवा की पहलें जरूरी हैं।
रांची, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में झारखंड आईएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (जेसोवा) द्वारा आयोजित पांच दिवसीय 'दिवाली मेला-2025' का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जेसोवा हमेशा से जनहित के कार्यों के प्रति समर्पित रही है। यह एक अनुकरणीय पहल है कि दिवाली मेले से प्राप्त धनराशि का उपयोग गरीबों, जरूरतमंदों, शिक्षा और स्वास्थ्य में किया जाता है। अन्य संस्थाओं को भी इस प्रकार की पहल करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कई संस्थाएं त्योहारों पर मेले का आयोजन करती हैं, लेकिन जेसोवा की पहचान समाज सेवा और मानवीय सरोकारों से है।
उन्होंने कहा, "इस संस्था ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। आज संस्था द्वारा पुस्तकालय की शुरुआत और सामाजिक कार्यों में योगदान देने वालों को सम्मानित करना सराहनीय है।"
मुख्यमंत्री ने जेसोवा की सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह संस्था मुख्य रूप से आईएएस अधिकारियों की पत्नियों द्वारा संचालित होती है। इनके प्रयासों से समाज के जरूरतमंद वर्ग को निरंतर लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा, "आप सभी की मेहनत और सेवा भावना से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। जेसोवा दिवाली मेला-2025 की सफलता के लिए मैं हार्दिक बधाई देता हूं।"
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव अविनाश कुमार और अन्य अतिथियों ने मेले का दौरा किया। विधायक कल्पना सोरेन ने जेसोवा सदस्यों को दिवाली मेले की सफलता के लिए बधाई दी और उनके सामाजिक प्रयासों की प्रशंसा की।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के सचिव, वरिष्ठ अधिकारी और जेसोवा की अध्यक्ष प्रीति कुमार, उपाध्यक्ष अनीता सिन्हा, सचिव मनु झा सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।