क्या झारखंड के घाटशिला उपचुनाव में जेएमएम के सोमेश और भाजपा के बाबूलाल जीत पाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- घाटशिला उपचुनाव में दो प्रमुख दलों के बीच प्रतिस्पर्धा है।
- भाजपा और झामुमो ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
- नामांकन की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर है।
- मतदान 11 नवंबर को होगा।
- यह चुनाव राजनीतिक विरासत का प्रतीक है।
जमशेदपुर, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सोमेश सोरेन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाबूलाल सोरेन ने अपने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। प्रत्याशियों के नामांकन के बाद घाटशिला में दोनों राजनीतिक दलों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर जनसभाओं का आयोजन किया जा रहा है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है, जिस पर 2024 के चुनाव में झामुमो के रामदास सोरेन ने विजय प्राप्त की थी। उनके निधन के बाद, हेमंत सोरेन ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री बनाया था।
तीन महीने पहले उनके आकस्मिक निधन के कारण यहां उपचुनाव आयोजित किया जा रहा है।
हेमंत सोरेन सरकार के अब तक के एक वर्ष के कार्यकाल में यह पहला उपचुनाव है जिसमें पक्ष और विपक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर है। झामुमो ने दिवंगत रामदास सोरेन के बड़े पुत्र सोमेश सोरेन को प्रत्याशी बनाया है, जबकि भाजपा ने पूर्व सीएम चंपई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को मैदान में उतारा है।
इस प्रकार, यहाँ राजनीतिक विरासत का एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश सहित इंडिया गठबंधन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, पार्टी ने घाटशिला के दाहीगोड़ा सर्कस मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया।
दूसरी ओर, भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के नामांकन के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
नामांकन के बाद, भाजपा ने मऊभंडार मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया। दोनों दलों की जनसभाओं में भारी भीड़ देखने को मिली। इससे यह संकेत मिलता है कि उपचुनाव का मुकाबला रोमांचक होगा। इस उपचुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर है, नामांकन पत्रों की जांच 20 अक्टूबर को होगी, जबकि मतदान 11 नवंबर को होगा।