क्या झारखंड के सभी 264 प्रखंडों में भाजपा ने हेमंत सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया?

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क्या झारखंड के सभी 264 प्रखंडों में भाजपा ने हेमंत सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया?

सारांश

भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ 264 प्रखंडों में जोरदार प्रदर्शन किया है। पार्टी ने सरकार को भ्रष्टाचार और विधि-व्यवस्था में गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहराया। क्या यह प्रदर्शन सरकार के खिलाफ एक नई शुरुआत है?

Key Takeaways

  • भाजपा का प्रदर्शन राज्य के 264 प्रखंडों में हुआ।
  • सरकार पर भ्रष्टाचार और विधि-व्यवस्था में गिरावट के आरोप।
  • भाजपा ने आदिवासी समाज की स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
  • प्रदर्शन के माध्यम से राजनीतिक आवाज उठाई गई।
  • सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

रांची, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मंगलवार को राज्य के २६४ प्रखंडों में आक्रोश प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी नेताओं ने राज्य सरकार को विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार, विधि-व्यवस्था में गिरावट, खनिज संपदा की लूट, सरकारी अस्पतालों की बदहाली, सड़क-बिजली और पानी से जुड़ी समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया।

प्रदर्शन के उपरांत पार्टी की मंडल इकाइयों ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उपायुक्त के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने गिरिडीह जिला के गावां प्रखंड में आयोजित प्रदर्शन का नेतृत्व किया।

प्रदर्शन के बाद प्रखंड कार्यालय के समक्ष आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार के कार्यकाल में तमाम सरकारी कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गए हैं। आज का आक्रोश प्रदर्शन तो बस एक शुरुआत है। यदि भ्रष्टाचार का यह सिलसिला नहीं रुका तो पूरे राज्य में आंदोलन और तेज होगा। राज्य सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में आम आदमी डरा हुआ है। विधि-व्यवस्था इतनी बदतर हो चुकी है कि हर व्यक्ति असुरक्षा के माहौल में जी रहा है। हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाओं का रिकॉर्ड बन रहा है।

मरांडी ने कहा कि राज्य की सरकार जिस आदिवासी समाज की रहनुमाई का दावा करती है, उनकी स्थिति इससे ज्यादा खराब कभी नहीं रही। भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय ने गिरिडीह जिले के राजधनवार प्रखंड कार्यालय के समक्ष हुए प्रदर्शन की अगुवाई की। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की भ्रष्ट और निकम्मी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। इस सरकार को गद्दी से हटाने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

सरायकेला प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार हर मोर्चे पर विफल है। राज्य में वृद्धों और दिव्यांगों को महीनों से पेंशन का भुगतान नहीं हुआ है। मंईयां सम्मान योजना की राशि भी तीन-चार महीनों से लंबित है। जितने बड़े वादे कर यह सरकार सत्ता में आई थी, उनमें से एक भी पूरा नहीं कर पाई।

रांची में भाजपा विधायक सीपी सिंह, कांके में राज्यसभा सांसद आदित्य साहु, नगड़ी प्रखंड में सांसद प्रदीप वर्मा, हजारीबाग में विधायक प्रदीप प्रसाद, धनबाद में विधायक राज सिन्हा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने बोकारो के चंदनकियारी में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया। इसी तरह अन्य विधायक और पार्टी के प्रमुख नेता अन्य प्रखंडों में प्रदर्शन में शामिल हुए।

Point of View

जहां भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ जनाक्रोश को एकत्रित किया है। यह दर्शाता है कि विपक्ष किस तरह से अपनी आवाज उठाने का प्रयास कर रहा है। सरकार के खिलाफ ये आरोप और प्रदर्शन यह संकेत देते हैं कि राज्य में राजनीतिक गतिशीलता बढ़ रही है।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

भाजपा का प्रदर्शन क्यों हुआ?
भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार, विधि-व्यवस्था में गिरावट और अन्य समस्याओं के लिए प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में कौन-कौन शामिल थे?
प्रदर्शन में कई भाजपा नेता, विधायक और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
भाजपा ने क्या मांग की?
भाजपा ने सरकार से विकास योजनाओं में सुधार और भ्रष्टाचार को रोकने की मांग की।
हेमंत सोरेन सरकार पर क्या आरोप लगाया गया?
सरकार पर भ्रष्टाचार, विधि-व्यवस्था में गिरावट और आदिवासी समाज की अनदेखी को लेकर आरोप लगाए गए।
क्या यह प्रदर्शन सत्ता परिवर्तन का संकेत है?
यह प्रदर्शन भाजपा के लिए एक नई शुरुआत का संकेत हो सकता है और सत्ता परिवर्तन की दिशा में बढ़ सकता है।