क्या झारखंड की घाटशिला सीट पर उपचुनाव में जनता भ्रष्ट सरकार के खिलाफ वोट करेगी?

सारांश
Key Takeaways
- घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव का आयोजन हो रहा है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट देना जरूरी है।
- दलालों और माफियाओं का प्रभाव खत्म करना है।
- झारखंड की जनसंख्या में बदलाव तेजी से हो रहा है।
- भाजपा राज्य की माटी, रोटी और बेटी को बचाने के लिए संकल्पित है।
घाटशिला, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बताया कि घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव झारखंड को दलालों, बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों से बचाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उन्होंने रविवार को घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के गुडाबांदा में आयोजित भाजपा के बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में यह बात कही। इस अवसर पर जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, पूर्व विधायक राम कुमार पाहन और कई अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मरांडी ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 'अबुआ सरकार' का दावा करने वाली यह सरकार अब आदिवासी और मूलवासी विरोधी बन चुकी है। राज्य में बिचौलिए, दलाल और माफिया पूरी तरह हावी हैं। विकास के कार्य रुके हुए हैं, और आम जनता को अपने घर बनाने के लिए बालू तक नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में झारखंड की जनता के लिए बालू फ्री किया गया था, लेकिन 2013 में हेमंत सोरेन
बाबूलाल मरांडी ने यह भी कहा कि घाटशिला की जनता इस उपचुनाव में झारखंड को दलालों और माफियाओं से बचाने का एक मजबूत संदेश देगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड की जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है। 1951 की जनगणना में जहां आदिवासी आबादी 36 प्रतिशत थी, वह घटकर 26 प्रतिशत रह गई है। सनातनी हिंदू 88 प्रतिशत से घटकर 81 प्रतिशत हो गए हैं, जबकि मुस्लिम आबादी 8.9 से बढ़कर 14.3 प्रतिशत हो गई है। यह सामान्य जनसंख्या वृद्धि नहीं बल्कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के कारण है, जिन्हें वर्तमान सरकार संरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड की माटी, रोटी और बेटी को बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की ताकत से घाटशिला उपचुनाव में निर्णायक जीत प्राप्त करेगी।
सम्मेलन में भाजपा नेताओं ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे एकजुट होकर घाटशिला उपचुनाव में जीत का संकल्प लें और राज्य को भ्रष्टाचार, घुसपैठ और bicholiya तंत्र से मुक्त कराएं।