क्या झारखंड के राज्यपाल ने गुमला में बालिका छात्रावास का लोकार्पण किया?

सारांश
Key Takeaways
- बालिका शिक्षा पर जोर
- स्वावलंबन का आधार
- समाज में परिवर्तन की दिशा
- संस्कार और शिक्षा का महत्व
- जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा की भूमिका
गुमला, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने रविवार को गुमला जिले के रायडीह प्रखंड अंतर्गत भलमंडा गांव में बिन्देश्वरी लाल साहू सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर में नवनिर्मित बालिका छात्रावास का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया नारा ‘बेटी पढ़ेगी, तभी देश बढ़ेगा’ को साकार करने की दिशा में इस प्रकार के बालिका छात्रावासों का निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है।
राज्यपाल ने उल्लेख किया कि मातुश्री काशी बा हरिभाई गोटी चैरिटेबल ट्रस्ट, सूरत द्वारा स्थापित यह छात्रावास केवल एक भवन नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण एवं जनजातीय क्षेत्रों की बालिकाओं के स्वावलंबन, आत्मबल और उज्ज्वल भविष्य का आधार बनेगा। इस ट्रस्ट ने ‘सरस्वती धाम’ के नाम से ऐसे 236 बालिका छात्रावासों का निर्माण किया है। सुमन रमेश तुलस्यानी ट्रस्ट, मुंबई ने इस विद्यालय के बच्चों के लिए दो बसें उपलब्ध कराई हैं।
उन्होंने कहा कि जब समाज संगठित होकर शिक्षा के लिए इस प्रकार के प्रयास करता है, तब परिवर्तन की दिशा सुनिश्चित होती है। शिक्षा वही है जो संस्कार देती है, और संस्कार वही है जो समाज को दिशा प्रदान करता है। यह छात्रावास उसी विचार का मूर्त रूप है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह परिसर केवल आवासीय सुविधा न होकर विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण, आत्मनिर्भरता और राष्ट्र सेवा का केंद्र बनेगा।
झारखंड की विद्या विकास समिति द्वारा सैकड़ों विद्यालयों के संचालन की सराहना करते हुए राज्यपाल गंगवार ने कहा कि दूरदराज के ग्रामों एवं जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा, संस्कार एवं सामाजिक चेतना में इस संस्था की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
इसके बाद, राज्यपाल ने गुमला जिले के बिशुनपुर में विकास भारती द्वारा संचालित विद्यालय का दौरा किया और वहां के छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही समाज और देश में सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
उन्होंने बच्चों से कहा कि वे आने वाले कल का भविष्य हैं और समाज को सुंदर बनाने का दायित्व उनके हाथों में है। इस अवसर पर कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।