क्या जोधपुर में बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा विधि आरंभ हो गई है?

सारांश
Key Takeaways
- प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन जोधपुर में हुआ।
- महंत स्वामी महाराज २५ सितंबर को प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
- यह आयोजन वैदिक परंपरा के अनुसार किया जा रहा है।
- हजारों श्रद्धालु इस महोत्सव में भाग ले रहे हैं।
- राजस्थान और गुजरात के युवाओं द्वारा विशेष प्रस्तुतियां दी गईं।
जोधपुर, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जोधपुर के कालिबेरी में स्थित भव्य बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की विधियां वैदिक परंपरा के अनुसार अत्यधिक श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हो रही हैं। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, २५ सितंबर को परम पूज्य महंत स्वामी महाराज स्वयं मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
यह प्रतिष्ठा विधि तीन दिनों तक चलती है। इसके अंतर्गत २३ सितंबर को हजारों भक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुति अर्पित की। इसके पश्चात तत्त्व न्यास विधि सम्पन्न हुई। इस विधि में ब्रह्मांड के समस्त तत्त्वों का आह्वान किया गया, ताकि भगवान की मूर्तियों में विराजमान होने से पूर्व उनके लिए दिव्य ऊर्जा और सेवा की व्यवस्था उपस्थित हो सके। इसे मंदिर परिसर में ऊर्जा शक्ति के एकत्रीकरण का प्रमुख आयाम माना जाता है।
आयोजकों के अनुसार, प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रत्येक सूक्ष्म वैदिक विधान का पूरी निष्ठा से पालन किया जा रहा है। २४ सितंबर को विश्व शांति महायज्ञ और भगवान की शोभायात्रा आयोजित होगी, जिसमें मूर्तियों को नगर भ्रमण कराया जाएगा, ताकि सभी नगरवासियों पर भगवान की दिव्य दृष्टि पड़े। इसके बाद मूर्तियां मंदिर में विराजमान होंगी।
मंदिर की अंतिम और मुख्य प्राण प्रतिष्ठा २५ सितंबर को महंत स्वामी महाराज के हाथों सम्पन्न होगी। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं के उपस्थित रहने की उम्मीद है।
इससे एक दिन पहले, कार्यक्रम में राजस्थान और गुजरात के बच्चों व युवाओं द्वारा “राजस्थान की गाथा” विषय पर विशेष प्रस्तुति दी गई। अंत में, आरती और भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। इस मौके पर आईआईटी जोधपुर के निदेशक, जोधपुर विश्वविद्यालय के कुलपति, और बीकानेर विश्वविद्यालय के कुलपति सुमंत व्यास विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने इस महोत्सव को समाज और संस्कृति के लिए प्रेरणादायी बताया।