क्या राशि के अनुसार ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है?

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क्या राशि के अनुसार ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार कौन-सा ज्योतिर्लिंग आपके लिए सबसे शुभ है? जानिए भगवान शिव की अनंत कृपा पाने के लिए क्या करें। इस लेख में जानें हर राशि के लिए ज्योतिर्लिंग के महत्व के बारे में।

Key Takeaways

  • मेष राशि: रामेश्वरम
  • वृषभ राशि: सोमनाथ
  • मिथुन राशि: नागेश्वर
  • कर्क राशि: ओंकारेश्वर
  • सिंह राशि: बैद्यनाथ
  • कन्या राशि: मल्लिकार्जुन
  • तुला राशि: महाकालेश्वर
  • वृश्चिक राशि: घृष्णेश्वर
  • धनु राशि: काशी विश्वनाथ
  • मकर राशि: भीमाशंकर

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग हैं, जो विभिन्न स्थानों पर प्रतिष्ठित हैं। मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार इन ज्योतिर्लिंगों की पूजा करता है, तो उसे भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है। आइए जानते हैं कि कौन-सी राशि के लिए कौन-सा ज्योतिर्लिंग सबसे शुभ माना जाता है।

मेष राशि के जातकों के लिए रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग सबसे शुभ है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है, जिसे रामनाथस्वामी मंदिर भी कहा जाता है। माना जाता है कि यहां दर्शन करने से जीवन में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

वृषभ राशि के लोगों को सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने चाहिए। यह गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के वेरावल में अरब सागर के किनारे स्थित है। इसे शिवजी का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है और यहां पूजा करने से आत्मबल और धन-समृद्धि प्राप्त होती है।

मिथुन राशि वालों के लिए नागेश्वर ज्योतिर्लिंग बहुत शुभ है, जो गुजरात के द्वारका और बेट द्वारका के बीच स्थित है। कहा जाता है कि यहां भगवान शिव और माता पार्वती नाग-नागिन के रूप में प्रकट हुए थे। इस ज्योतिर्लिंग की पूजा से डर और नकारात्मकता समाप्त होती है।

कर्क राशि के जातकों को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने चाहिए। यह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के किनारे स्थित है। कहा जाता है कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन से पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है।

सिंह राशि वालों के लिए बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग शुभ है, जो झारखंड के देवघर में स्थित है। इसे बाबा बैद्यनाथ धाम कहा जाता है। यहां पूजा करने से रोग और कष्ट दूर होते हैं।

कन्या राशि के लोगों को मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने चाहिए। यह आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है। माता पार्वती यहां 'मल्लिका' और शिवजी 'अर्जुन' के नाम से पूजे जाते हैं।

तुला राशि वालों के लिए महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग अत्यंत शुभ है, जो उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे स्थित है। यहां की सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती विश्व प्रसिद्ध है।

वृश्चिक राशि के जातकों को घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने चाहिए, जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के वेरुल गांव में स्थित है।

धनु राशि वालों के लिए काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग सबसे पवित्र है। यह उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। कहा जाता है कि यहां शिवजी की पूजा करने से सभी कष्ट मिट जाते हैं।

मकर राशि के लोगों को भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने चाहिए, जो महाराष्ट्र के सह्याद्रि पर्वत पर है। सूर्योदय के बाद सच्चे मन से पूजा करने पर पापों का नाश होता है।

कुंभ राशि वालों के लिए केदारनाथ ज्योतिर्लिंग बहुत शुभ है। यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है और यहां दर्शन करने से मन की शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।

मीन राशि के जातकों को त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग जाना चाहिए। यह नासिक के त्र्यंबक गांव में, गोदावरी नदी के किनारे स्थित है। यहां दर्शन करने से इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में खुशियां आती हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत में ज्योतिर्लिंगों की पूजा केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर का भी अभिन्न हिस्सा है। इन ज्योतिर्लिंगों के माध्यम से हम न केवल आध्यात्मिक उन्नति कर सकते हैं, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता और संतुलन भी लाते हैं।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने से क्या लाभ होता है?
ज्योतिर्लिंगों की पूजा से मानसिक शांति, धन, समृद्धि, और जीवन की रुकावटें दूर होती हैं।
क्या हर राशि के लिए एक विशेष ज्योतिर्लिंग होता है?
हाँ, हर राशि के लिए एक विशेष ज्योतिर्लिंग है जो उनके लिए शुभ माना जाता है।
क्या ज्योतिर्लिंग की पूजा करने का समय महत्वपूर्ण है?
जी हाँ, ज्योतिर्लिंग की पूजा सुबह या विशेष त्योहारों पर करना अधिक फलदायी होता है।