क्या कनाडा के टोरंटो में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके गए?

सारांश
Key Takeaways
- कनाडा में रथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके गए।
- नवीन पटनायक ने इस घटना की निंदा की।
- यह घटना ओडिशा के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है।
- कनाडा के अधिकारियों के समक्ष विरोध दर्ज कराने की मांग की गई।
- रथ यात्रा का सांस्कृतिक महत्व है।
भुवनेश्वर, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कनाडा के टोरंटो में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके जाने की एक चिंताजनक घटना पर बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने ओडिशा सरकार से अनुरोध किया है कि वह केंद्र से कनाडा के अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराने का आग्रह करे।
नवीन पटनायक ने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि ओडिशा के लोगों को भी पीड़ा पहुंचाती हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कनाडा के टोरंटो में रथयात्रा समारोह के दौरान श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके जाने की खबरों से मैं बेहद व्यथित हूं। यह घटना न केवल दुनिया भर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है, बल्कि ओडिशा के लोगों को भी गहरा दुख देती है। यह त्योहार हमारे लिए गहरा भावनात्मक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।"
उन्होंने आगे लिखा, "यदि ये मीडिया रिपोर्ट्स सही हैं तो ओडिशा सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और विदेश मंत्रालय से कनाडा के अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराने का आग्रह करना चाहिए।"
कनाडा के टोरंटो में रथ यात्रा में शामिल भारतीयों पर अंडे फेंके गए, जिसके बाद नस्लवाद और विदेशी द्वेष के आरोप लगे हैं। इंस्टाग्राम यूजर संगना बजाज उस यात्रा का हिस्सा थीं। उन्होंने देखा कि श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके जा रहे हैं।
एक इंस्टाग्राम वीडियो में उन्होंने फुटपाथ पर बिखरे टूटे अंडों को दिखाया। बजाज ने कहा कि पास की एक इमारत से किसी ने रथ यात्रा में शामिल लोगों पर अंडे फेंके। यदि उनका इरादा यात्रा को रोकने का था तो वह नाकाम रहा।
टोरंटो में 53वीं वार्षिक इस्कॉन रथ यात्रा के दौरान अंडे फेंकने की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी मंदिर से बाहर सड़कों पर लाए जाते हैं। इस दौरान भक्त आशीर्वाद लेते हैं।