क्या कानून मंत्री मेघवाल 11 अक्टूबर को सफेदपोश अपराधों पर चर्चा का नेतृत्व करेंगे?

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क्या कानून मंत्री मेघवाल 11 अक्टूबर को सफेदपोश अपराधों पर चर्चा का नेतृत्व करेंगे?

सारांश

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल 11 अक्टूबर को सफेदपोश अपराधों पर होने वाली चर्चा का नेतृत्व करेंगे। यह सम्मेलन भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए रणनीतियों पर केंद्रित होगा, जिसमें विभिन्न पेशेवर भाग लेंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो देश के लिए नई दिशा निर्धारित कर सकता है।

Key Takeaways

  • सफेदपोश अपराध पर चर्चा का आयोजन
  • विशेषज्ञों की भागीदारी
  • भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा
  • कॉर्पोरेट और बैंकिंग धोखाधड़ी पर विचार-विमर्श
  • व्हिसलब्लोअर्स का राष्ट्रीय समूह तैयार करना

नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल 11 अक्टूबर को एक राष्ट्रीय सम्मेलन में सफेदपोश अपराधों से निपटने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए रणनीतियों पर नियामकों और बैंकिंग विशेषज्ञों के बीच चर्चा का नेतृत्व करेंगे।

मेघवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सफेदपोश अपराधियों पर मुकदमा चलाने और आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए इस्तेमाल होने वाले साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सामूहिक वैश्विक पहल को तेज करने के लिए मजबूत किए गए नियामक और कानूनी ढांचे पर प्रकाश डाल सकते हैं।

वे सफेदपोश अपराध को रोकने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए एक विश्वसनीय, कार्रवाई योग्य रोडमैप तैयार करने हेतु विशेषज्ञों का आह्वान कर सकते हैं, जिससे प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया जा सके।

दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सचिव और लागत लेखाकारों सहित विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवर भाग लेंगे। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य व्हिसलब्लोअर्स का एक राष्ट्रीय समूह तैयार करना है।

भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी एवं सीईओ आशीष कुमार चौहान भी बैंकिंग और कॉर्पोरेट धोखाधड़ी, साइबर अपराध, कर चोरी और इनसाइडर ट्रेडिंग सहित सफेदपोश अपराध परिदृश्य पर प्रकाश डालेंगे।

कॉर्पोरेट मामलों और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एम. एस. साहू भी अपने विचार साझा कर सकते हैं।

टीपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिम्मत जैन ने कहा, "सफेदपोश अपराध केवल एक आर्थिक अपराध नहीं है। यह एक नैतिक उल्लंघन है, जो जनता के विश्वास को कम करता है। टीपीएफ दायित्व हमारी अंतरात्मा की आवाज है।"

तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम (टीपीएफ) के राष्ट्रीय संयोजक राज कुमार नाहटा ने चर्चा के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य पेशेवर उत्कृष्टता को नैतिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ना है। कानून और संस्थाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उन्हें व्यक्तिगत कर्तव्य द्वारा सुदृढ़ किया जाना चाहिए।"

Point of View

यह सम्मेलन न केवल सफेदपोश अपराधों को रोकने के लिए एक ठोस कदम है, बल्कि यह भारतीय समाज में नैतिकता को भी पुनर्स्थापित करने का प्रयास है। यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इन मुद्दों का सामना करें और एक सशक्त भारत की ओर बढ़ें।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

इस सम्मेलन का उद्देश्य क्या है?
सम्मेलन का उद्देश्य सफेदपोश अपराधों से निपटने और भारत की विकास गाथा की अखंडता की रक्षा के लिए रणनीतियों पर चर्चा करना है।
कौन-कौन से विशेषज्ञ इस सम्मेलन में भाग लेंगे?
इस सम्मेलन में सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य प्रोफेशनल्स भाग लेंगे।
बैंकिंग और कॉर्पोरेट धोखाधड़ी पर कौन-कौन से वक्ता होंगे?
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी इस विषय पर चर्चा करेंगे।