क्या कर्नाटक कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री एच.वाई. मेती का 79 साल की उम्र में निधन हुआ?
                                सारांश
Key Takeaways
- एच.वाई. मेती का निधन कर्नाटक की राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है।
 - वे पांच बार विधायक रहे और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी मित्र थे।
 - उनकी राजनीतिक यात्रा लोगों की सेवा और विकास के प्रति समर्पित रही।
 - उनके निधन पर कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
 - उनका अंतिम संस्कार 5 नवंबर को होगा।
 
बेंगलुरु, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के बागलकोट क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री एच.वाई. मेती का मंगलवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
एच.वाई. मेती को हाल ही में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और उनकी मृत्यु कई अंगों के फेल होने के कारण हुई। 79 वर्षीय नेता, जिन्हें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का करीबी मित्र माना जाता था, ने पांच बार विधायक के रूप में सेवा की। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार बुधवार को बागलकोट जिले के थिम्मापुर में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए मेती के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "पूर्व मंत्री, नॉर्थ कर्नाटक के वरिष्ठ नेता और वर्तमान विधायक एच.वाई. मेती के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। पिछले गुरुवार को ही मैं उनसे मिलने अस्पताल गया था और उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली थी। उस समय मुझे पूरी उम्मीद थी कि वह ठीक हो जाएंगे और हमारे बीच वापस आएंगे। अफसोस, मेरी उम्मीद और मेरी प्रार्थनाएं दोनों ही गलत साबित हुईं।"
उन्होंने आगे लिखा, "मेती ने अपने लंबे जीवन का अधिकांश हिस्सा लोगों की सेवा में बिताया। वह एक समर्पित नेता थे जो केवल अपने क्षेत्र के विकास और लोगों की भलाई की परवाह करते थे। उनके जाने से हमारा समाज गरीब हो गया है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। मैं प्रार्थना करता हूं कि मेती के परिवार और उनके समर्थकों को इस दुख को सहने की शक्ति मिले।"
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी मेती के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "यह जानकर बहुत दुख हुआ कि बागलकोट के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री श्री एच.वी. मेती का आज खराब स्वास्थ्य के कारण निधन हो गया। उनके जाने से पार्टी को एक ऐसा नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, और मैं प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और भगवान उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।"