क्या कर्नाटक में एक लड़की को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- कर्नाटक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
- पीड़िता पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव था।
- आरोपी ने पीड़िता का यौन शोषण किया।
- धर्म परिवर्तन को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ।
- पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास के बाद मामला सुलझाने का प्रयास किया।
बेंगलुरु, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो अपनी प्रेमिका को शादी के लिए इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने का आरोपित है। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया।
आरोपी मोहम्मद इशाक को बेंगलुरु के अमृतल्ली पुलिस थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता ने अपने प्रेमी और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत की, जिसमें आरोप लगाया गया कि वे उस पर शादी के लिए इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बना रहे थे। गुरुवार को बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन में इस शिकायत को दर्ज किया गया।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता और मोहम्मद इशाक की पहली मुलाकात 17 अक्टूबर, 2024 को इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई थी। कुछ बातचीत के बाद, उनके बीच प्रेम संबंध विकसित हो गया। 30 अक्टूबर, 2024 को, वे बेंगलुरु के थानिसांद्रा इलाके के एक मॉल में मिले, जहां आरोपी ने कथित तौर पर उसके माता-पिता से बात करने और उससे शादी करने का वादा किया।
उसी दिन उसने दशरहल्ली में एक कमरा बुक किया और कथित तौर पर उसका यौन शोषण किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसने शादी का झांसा देकर बार-बार उसका शारीरिक शोषण किया। समय के साथ, उसे उसके व्यवहार पर संदेह होने लगा और उसे पता चला कि उसके अन्य लड़कियों के साथ भी संबंध हैं। जब उसने शादी के लिए जोर दिया तो आरोपी बहाने बनाने लगा।
यह भी पता चला कि आरोपी ने 14 सितंबर, 2025 को एक मुस्लिम लड़की से सगाई कर ली थी। जब इस बारे में उससे पूछताछ की गई, तो उसने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने उससे दोबारा संपर्क किया तो उसे जान से मार दिया जाएगा। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ अभद्र भाषा में गाली-गलौज की गई।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद मोहम्मद इशाक के परिवार ने उसके परिवार से संपर्क किया और सुझाव दिया कि मामला सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सकता है। हालांकि, इशाक के बड़े भाई और बहनोई ने कथित तौर पर लड़की से कहा कि यदि वह उससे शादी करना चाहती है तो उसे इस्लाम धर्म अपनाना होगा। उन्होंने उसे 40 दिनों के भीतर नमाज अदा करना सीखने का निर्देश दिया और कहा कि विवाह संबंधी बातचीत उसके धर्म परिवर्तन के बाद ही आगे बढ़ेगी।