क्या कर्नाटक में 5 अगस्त को कांग्रेस का प्रदर्शन राहुल गांधी की मौजूदगी में होगा?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का 5 अगस्त को विरोध प्रदर्शन होगा।
- इसमें राहुल गांधी समेत अन्य नेता शामिल होंगे।
- प्रदर्शन का मुख्य कारण लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी है।
- 5,000 से अधिक कार्यकर्ता भाग लेंगे।
- प्रदर्शन फ्रीडम पार्क में होगा।
मांड्या, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी ने 5 अगस्त को बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री और सभी विधायक शामिल होंगे। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में वोटों की हेराफेरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी की गई है। इसी कारण से पार्टी ने प्रदर्शन का आयोजन किया है।
मंत्री एन. चालुवरायास्वामी ने मांड्या में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी साझा की और कहा कि कम से कम 5,000 कार्यकर्ता मांड्या जिले से इस प्रदर्शन में भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस ने पिछले छह महीने में मतदाता सूची की बूथवार जांच की, जिसमें बड़ी संख्या में फर्जी वोटर पाए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा, "राहुल गांधी ने संसद में इस मुद्दे को उठाया था और कहा था कि गांधीनगर से लेकर बेंगलुरु तक वोटर लिस्ट में भिन्नता है। विशेष रूप से महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा और लोकसभा चुनावों की मतदाता सूचियों में बड़ा अंतर है।"
पहले प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन अब 5 अगस्त को फ्रीडम पार्क, बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन होगा। यह प्रदर्शन सुबह 11 बजे से शुरू होगा और इसमें युवाओं की बड़ी भागीदारी रहेगी। कांग्रेस ने चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज की है।
मंत्री ने राज्य में किसानों की आत्महत्या के मामलों पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमने आत्महत्या रोकने के लिए पांच गारंटी योजनाएं दी हैं, लेकिन फिर भी कुछ मामले सामने आ रहे हैं। अब पुलिस और एक निजी संस्था से जांच करवाई जा रही है।"
धर्मस्थल प्रकरण को लेकर मंत्री ने कहा कि एसआईटी जांच शुरू हो चुकी है और इस दौरान बहस होना सामान्य बात है। रिपोर्ट के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
इस बीच कृषि मंत्री चालुवरायस्वामी ने कहा कि कुछ हद तक खाद की दिक्कत जरूर है, लेकिन भाजपा जो कह रही है, वह पूरी तरह से गलत है। भाजपा जानबूझकर किसानों को गलत जानकारी दे रही है और कुछ कार्यकर्ताओं के जरिए भ्रामक प्रचार करवा रही है।
मंत्री ने बताया कि अप्रैल से जुलाई के बीच 6.85 लाख मीट्रिक टन खाद आनी थी, लेकिन अभी 1.25 लाख मीट्रिक टन यूरिया बाकी है। इससे थोड़ी बहुत समस्या उत्पन्न हो रही है।