क्या कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के दिन समाप्त होने वाले हैं? : जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन
सारांश
Key Takeaways
- सिद्धारमैया सरकार की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है।
- कर्नाटक की जनता सरकार से नाखुश है।
- सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस योजना बनाई है।
- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
- नीतीश कुमार की जनकल्याणकारी नीतियों की सराहना की जा रही है।
पटना, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के दिन अब समाप्ति की ओर हैं। इस सरकार की कार्यशैली पर उठते सवालों ने इसकी विश्वसनीयता को समाप्त कर दिया है। उनका यह कहना है कि यह दावा बिल्कुल सही है।
उन्होंने बताया कि कर्नाटक सरकार के सामने कई गंभीर मुद्दे आए हैं, जिनकी वजह से उस पर कई प्रश्न खड़े हुए हैं। पहले मुडा का मुद्दा आया था, जिसके चलते राज्य सरकार को गंभीर सवालों का सामना करना पड़ा। अब 'गृह लक्ष्मी योजना' पर सरकार का जो रुख है, उसने एक बार फिर उसे सवालों के घेरे में ला दिया है।
राजीव रंजन ने कहा कि अब तो कर्नाटक की जनता भी इस सरकार की कार्यशैली से नाखुश हो चुकी है। लोगों को अब लगने लगा है कि इस सरकार से मुक्ति ही उनकी भलाई है। यह हमेशा जनता के हितों को नुकसान पहुंचाती है। अब प्रदेश की जनता ने साफ कर दिया है कि वे इस तरह की स्थिति को अब और सहन नहीं करने वाले हैं।
उन्होंने संसद में प्रदूषण पर चर्चा का स्वागत करते हुए कहा कि देश की राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर अब बेहद चिंताजनक हो गया है। ऐसे में सरकार इसे नियंत्रित करने के लिए एक ठोस योजना तैयार कर रही है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा। हवा की गुणवत्ता में सुधार करना सभी का मौलिक अधिकार है।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके शासनकाल में भी अब कठिनाईयां आ चुकी हैं। ममता बनर्जी ने हमेशा अपने राजनीतिक हितों को प्राथमिकता दी है। राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद बड़ी संख्या में घुसपैठिए वापस जा रहे हैं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि अगर ममता बनर्जी ने जनकल्याण को प्राथमिकता दी होती, तो आज उन्हें इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तारीफ की और कहा कि हाल के चुनाव में जनता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में सही काम हो रहा है। नीतीश कुमार ने हमेशा जनता के हितों को पहले रखा है। इस बार राज्य सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में भारी निवेश और औद्योगीकरण को प्राथमिकता दी गई है।